धर्मांतरण मामला : आरोपी बद्दो को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल, कई घंटे तक हुई पूछताछ
मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल लाने से पहले बद्दो से पुलिस ने कई घंटे पूछताछ की है। शुरूआत में उसने ज्यादातर आरोप नकार दिए। वहीं, उसके मोबाइल से भी पुलिस को ज्यादा साक्ष्य नहीं मिले हैं। पुलिस मान रही है कि बद्दो ने हाथ आने से पहले ही सारे साक्ष्य मोबाइल से मिटा दिए हैं। जिन्हें अब फोरेंसिक लैब के जरिए रिकवर कराया जाएगा।
ठाणे देहात और अलीबाग पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में 11 जून को बद्दो को एक लॉज से अरेस्ट किया था। 12 जून को ठाणे के सेशन कोर्ट में बद्दो की पेशी हुई। गाजियाबाद पुलिस ने उसका ट्रांजिट रिमांड मांगी थी।कोर्ट ने 15 जून तक का ट्रांजिट रिमांड मंजूर की थी। अब एक बार फिर पुलिस बद्दो को रिमांड पर लेकर धर्मांतरण मामले से जुड़े सवालों पर पूछताछ करेगी। इसके साथ ही देश की कई बड़ी एजेंसियां भी उससे पूछताछ करेंगी।
बद्दो के खिलाफ 30 मई को गाजियाबाद के थाना कविनगर में धर्मांतरण कानून के तहत एफआईआर हुई थी। यहां रहने वाले एक परिवार के मुताबिक, उनका 17 साल का बेटा दिन में 5 बार जिम जाने की बात कहकर घर से निकलता था। उन्हें बेटे पर शक हुआ। पीछा किया, तो पता चला कि वो मस्जिद में पांचों वक्त की नमाज पढ़ने जाता है। पूछताछ में बेटे ने इस्लाम धर्म ग्रहण करने की बात स्वीकारी। पूछताछ और जांच के बाद पीड़ित पिता ने एफआईआर कराई थी। इस मामले में पहली गिरफ्तारी 4 जून को मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान की हुई। अब दूसरी गिरफ्तारी बद्दो की हुई है, जिससे ये लड़का ऑनलाइन ब्रेनवॉश हो रहा था।
--आईएएनएस
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