प्रयागराज के अस्‍पताल में भाई को लिखकर बताया था कि ओटी में मेरे साथ गंदा काम हुआ, आज गैंगरेप पीडि़ता की मौत

मामले में कार्रवाई को लेकर सपा नेत्री ने शुरू किया धरना 
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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के प्रयागराज में आपरेशन थियेटर के भीतर हुए गैंगरेप पीडि़ता ने आज इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। प्रयागराज के स्‍वरूपरानी अस्‍पताल में युवती की आंत का आपरेशन होना था जहां आपरेशन थिएटर में ले जाने के बाद उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दे दिया गया। युवती ने गंभीर हाल में अपने भाई को लिखकर घटना के बारे में किसी तरह बताया था तब अस्‍पताल प्रशासन ने ऐसी किसी घटना से ही इनकार कर दिया था। आज मंगलवार सुबह इलाज के दौरान पीडि़त युवती ने दम तोड़ दिया।

सपा नेत्री ऋचा सिंह ने पुलिस और डॉक्टर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा है कि पीड़िता की मौत एक बड़ी साजिश है। पुलिस दोषियों को बचाने में जुटी हुई है। ऋचा ने आरोप लगाया कि एक हफ्ते बाद भी पुलिस ने इस मामले में FIR नहीं दर्ज की। ये बेटी के साथ अन्याय है।

पीड़िता मिर्जापुर से प्रयागराज के स्वरुपरानी नेहरू अस्पताल में इलाज कराने आई थी। आंत के ऑपरेशन के बाद लौटी युवती अचेत लग रही थी और कुछ कहना भी चाह रही थी। युवती को जब उसके भाई ने पेन और कागज दिया तो उसने कंपकंपाते हाथों से लिखा कि डॉक्टर अच्छे नहीं हैं। सब मिले हैं। कोई इलाज नहीं किया और उसके साथ गंदा काम किया। युवती के लिखते हुए भी उसके चचेरे भाई ने वीडियो बनाया है और उसको भी वायरल कर दिया है।

वीडियो में उसका सगा भाई भी बैठा हुआ है। भाई ने बताया कि पीड़ित मिर्जापुर की रहने वाली है। उसे 31 मई की रात गंभीर हालत में स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसकी आंत का ऑपरेशन किया गया था। देर रात जब उसको वार्ड में छोड़ा गया तो वह कुछ कहना चाह रही थी, लेकिन बोल नहीं सकी। जब उसे कागज दिया गया तो उसने लिखकर बताया कि चार लोगों ने उसके साथ रेप किया है।

डॉक्टर्स की एक कमेटी ने जांच के बाद रेप के आरोपों को खारिज कर दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गलतफहमी के चलते ये आरोप लगाया गया है। ये मेडिकल रिपोर्ट पुलिस को भी जांच टीम ने सौंप दी है।
हॉस्पिटल प्रशासन पहले ही आरोपों को सिरे से खारिज कर चुका है। प्रिंसिपल डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि युवती के ऑपरेशन में 8 लोगों की ड्यूटी लगी थी। इसमें 5 लेडी स्टाफ शामिल थीं।