यूपी: संक्रमित पत्‍नी और छोटी बच्‍ची की देखभाल के लिए छुट्टी ना मिलने से परेशान सीओ ने भिजवा दिया इस्‍तीफा

पंचायत चुनावों में जबरन लगा दी थी ड्यूटी, वरिष्‍ठ अफसरों ने लिया मामले का संज्ञान

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी पंचायत चुनावों और कोरोना महामारी काल में पुलिस अफसरों पर इस कदर ड्यूटी का दबाव है कि अवसाद में पहुंचे अफसर और पुलिसकर्मी अब नौकरी तक छोड़ने का विचार बना चुके हैं। हाल में यूपी पुलिस के एक सीओ ने इसलिए इस्‍तीफा दे दिया कि उन्‍हें कोरोना संक्रमित पत्‍नी और चार साल की बेटी की देखभाल के लिए छुट्टी नहीं मिल पायी। पुलिस विभाग की ओर से उनकी ड्यूटी पंचायत चुनावों में लगायी गयी थी इसीलिए एसएसपी ने सीओ की छुट्टी नामंजूर कर दी थी। जिस वजह से सीओ ने पुलिस विभाग को अपना इस्‍तीफा सौंप दिया है।

मामला यूपी के झांसी जिले का है यहां झांसी सिटी के सीओ मनीष सोनकर ने पुलिस सेवा से इस्‍तीफा दे दिया है। सीओ ने अपना इस्‍तीफा एसएसपी रोहन पी कनय के माध्‍यम से राज्‍यपाल को भेजा है। एसएसपी ने इस बारे में बताया कि सीओ के इस्‍तीफे की जानकारी वरिष्‍ठ अफसरों को दे दी गयी है। । वे ही इस पर फैसला लेंगे। बता दें कि मनीष सोनकर 2005 बैच के PPS अफसर हैं।

दवा खाकर कर रहे थे चुनाव ड्यूटी

CO मनीष के परिवार में पत्नी और 4 साल की बेटी हैं, जो साथ में ही रहती है। बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी को तेज बुखार आ रहा था। 20 अप्रैल से खुद मनीष भी तेज बुखार से पीड़ित रहे। पांच बार उन्होंने टेस्ट कराया लेकिन कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट आई। इसलिए, वह दवाइयां खाकर ड्यूटी करते रहे।

मनीष की पत्नी होम्योपैथिक डॉक्टर है। पत्नी की देखरेख के चलते मनीष स्वस्थ हो गए और ड्यूटी में जुट गए। 30 अप्रैल को मनीष की पत्नी का रेंडम टेस्ट पॉजिटिव आया। इसके चलते पत्नी को आइसोलेट होना पड़ा। ऐसे में 4 साल की बेटी की जिम्मेदारी मनीष पर आ गई।

पंचायत चुनावों की मतगणना में ड्यूटी लग गई
मनीष ने टेलीफोन पर और SSP को अपनी स्थिति की जानकारी देते हुए 1 मई से 6 दिन के लिए छुट्टी मांगी। लेकिन उनकी ड्यूटी 2 से 3 मई तक बड़ागांव ब्लॉक के पंचायत चुनाव की मतगणना में लगा दी गई। इसके बाद मनीष ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि इस्तीफे के बाद SSP ने उनको छुट्टी दे दी। इस पूरे मामले पर एडीजी जोन कानपुर भानु भास्कर का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में है और सहानुभूति पूर्वक उसे निपटाने की कोशिश की जा रही है।