यूपी: बिना डाक्टरी पर्चा और आधार कार्ड अब निजी तौर पर किसी को नहीं मिलेगा आक्सीजन सिलेण्डर
यूपी सरकार ने जारी किया आदेश और नई आक्सीजन गाइडलाइन
न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी में अब निजी प्रयोग के लिए आक्सीजन का सिलेंडर नहीं मिलेगा। सरकार ने निजी तौर पर आक्सीजन का सिलेण्डर मंगाने पर रोक लगा दी है। यूपी में पहले ही अस्पतालों में आक्सीजन के सिलेण्डर नहीं मिल रहे हैं। मरीजों के तीमारदार खुद कहीं ना कहीं से आक्सीजन के सिलेण्डर ला रहे थे। अब सरकार ने उस पर भी रोक लगा दी है। सरकार ने आक्सीजन के लिए नई गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि अब बिना डाक्टरी पर्चें और आधार कार्ड दिखाए बिना आक्सीजन प्रदेश में नहीं मिलेगी। कोई भी विक्रेता इस नियम का उल्लंघन करके आक्सीजन का सिलेण्डर बेचता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राज्य सरकार ने नई गाइडलाइन में कहा है कि बहुत गंभीर स्थिति को छोड़कर किसी को भी निजी तौर पर ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं की जाएगी। यह सिर्फ संस्था को ही दी जाएगी। गंभीर स्थिति में निजी तौर ऑक्सीजन देना भी पड़े तो संबंधित व्यक्ति से डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और आधार कार्ड लेकर डिटेल नोट करना होगी। इसके अलावा ऑक्सीजन रीफिलिंग सेंटर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने का भी निर्देश दिया गया है। हालांकि जानकारों का कहना है कि सरकार के इस सख्त नियम और नई गाइडलाइन से रोगियों को ही और दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं। अभी तक लोग कहीं ना कहीं से निजी तौर पर आक्सीजन सिलेण्डर ले आ रहे थे। अब सख्त गाइडलाइन के बाद और भी दिक्कतें आ सकती हैं।
परिजन का आरोप- मौत के बाद मंगाए गए सिलेंडर
अलीगढ़ के धनीपुर मंडी के पास एसजेडी मेमोरियल कोविड-19 अस्पताल के ICU में बुधवार शाम कुछ ही घंटों में 5 मरीजों की मौत हो गई। इस पर मृतकों के परिजन ने जमकर हंगामा किया। उनका आरोप था कि मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई। खबर मिलते ही एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट कुंवर बहादुर सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने घटना की जांच का आश्वासन दिया तब मामला शांत हुआ।
एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट का कहना था कि ऑक्सीजन के 40 सिलेंडर अभी भी अस्पताल में रखे हुए हैं। हालांकि, मृतकों के परिजन का कहना है कि यहां ऑक्सीजन सिलेंडर मौत के बाद मंगाए गए। मृतकों में सरिता रानी (54), मुकेश (30), अनिल कश्यप (50), जयवीर (50)और ललित प्रसाद (50) शामिल हैं।
डॉक्टर का दावा- ज्यादा संक्रमण से गई जान
इस घटना पर अस्पताल के संचालक डॉक्टर संजीव शर्मा का कहना है कि ICU में जिन पांच मरीजों की मौत हुई है, उनके फेफड़ों में संक्रमण ज्यादा था। ICU में और भी मरीज हैं, लेकिन उन पर प्रभाव नहीं पड़ा।