यूपी: मेरठ के स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी वेद प्रकाश शास्‍त्री ने सौ साल की उम्र में छोड़ा देश का साथ

अंग्रेजों के खिलाफ तिरंगा फहराने पर जेल में डाले गए थे 
 | 

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के मेरठ में स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी वेदप्रकाश शास्‍त्री का आज शुक्रवार को सौ साल की उम्र में निधन हो गया। उन्‍होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए अंग्रेजों के खिलाफ तिरंगा फहराया था जिस पर अंग्रेजी सरकार ने उन्‍हें जेल में डाल दिया था। उनके समर्थन में स्थानीय लोगों ने आवाज उठाई तो उन्हें मेरठ से आगरा जेल शिफ्ट कर दिया गया था।

मेरठ के मोदीपुरम के ग्राम डौरली मे जन्मे वेद प्रकाश शास्त्री का जन्म 1921 में हुआ था। उन्होंने अपना पूरा जीवन गुरुकुल डोरली के नाम समर्पित रहा। लंबी बीमारी के चलते शतायु में आज पल्लवपुरम के एक अस्पताल में निधन हो गया। वेदपाल शास्त्री गुरुकुल डोरली में जन्मे यहीं पर पढ़े और यहीं पर संस्कृत के अध्यापक रहे। बाद में यहीं प्रिंसिपल बने। 1972 से लेकर 1985 तक गुरुकुल के प्रिंसिपल रहे।

वेदपाल शास्त्री ने लाहौर विश्वविद्यालय से शास्त्री की पढ़ाई की। करीब 53 साल का इन्होंने गुरुकुल को दिया। उनके निधन पर गुरुकुल के प्रिंसिपल डा राजेंद्र कुमार और पल्हेड़ा के स्वतंत्रता सेनानी के पुत्र और समाज सेवी शीलेन्द्र चौहान और समीर चौहान तथा अध्यापक गुरुकुल कृष्ण कुमार ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि भेंट की।