यूपी: एटा में मतपेटियां लूटने और उपद्रव के मामले में डीआईजी जांच करने पहुंचे, आरोपियों की तलाश तेज

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी में पंचायत चुनावों के दूसरे चरण में हुई हिंसाओं के मामले में कार्रवाई तेज कर दी गयी है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गयी है। गौरतलब है कि यूपी के बीस जिलों में हुए दूसरे चरण के पंचायत चुनावों में कई जिलों में हिंसा और बूथ कैप्‍चरिंग की घटनाएं सामने आयीं थीं। यूपी के एटा जिले में भी पंचायत चुनावों की वोटिंग के दौरान बूथ कैप्‍चरिंग की गयी थी। एटा के थाना राजा का रामपुर क्षेत्र के कैला मतदान केन्‍द्र पर बूथ कैप्‍चरिंग की गयी थीं यहां फोर्स के बवालियों के टकराव में एक हेड कांस्‍टेबल का सिर भी फोड़ दिया गया था। इसके अलावा एक अन्‍य बूथ पर भी उपद्रवियों ने हमला बोलकर मतपेटियों को लूट लिया था। सोमवार को पंचायत चुनाव में मतदान के दौरान एक मतदान केंद्र के दो बूथों 63 और 64 पर गड़बड़ी हुयीथी।

बूथ कैप्‍चरिंग मामले में आज मंगलवार को अलीगढ़ रेंज के डीआईजी दीपक कुमार ने प्रभावित इलाकों में पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी ली और दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई के निर्देश दिए। मौका मुआयना करने पहुंचे डीआईजी ने कहा कि बूथ कैप्‍चरिंग और मतदान में गड़बड़ी फैलाने के आरोपियों को किसी कीमत पर बख्‍शा नहीं जाएगा।

इस दौरान पुलिस के कांस्टेबल का सर फोड़ दिया था। मतदान सामग्री को छत विक्षत कर दिया था। पीठासीन अधिकारियों, सेक्टर मजिस्ट्रेट और मतदान कर्मियों ने मतदान केंद्र को अंदर से बंद करके अपनी जान बचाई थी। जोनल मजिस्ट्रेट की गाड़ी सड़क पर ट्रेक्टर लगाकर रोक ली थी, उनके हमराह इंस्पेक्टर ने मुश्किल से उनकी जान बच पायी थी।

उपद्रवियों ने मतदान स्थल के दरवाजे और खिड़कियां तोड़कर मत पेटियां लूट ले गए थे। इस मामले में दो पीठासीन अधिकारियों ने लगभग 100 अज्ञात उपद्रावियों के खिलाफ बलवा, लूट,मारपीट,सरकारी कार्य मे बाधा, सरकारी संपत्ति को नुकसान,7 क्रिमिनल अमेंडमेंट एक्ट,आचार संहिता के उल्लंघन, महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। डीआईजी ने कहा कि इस मामले में दोषियों पर होगी कड़ी से कड़ी कार्यवाही होगी और उन्हें शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।