हाल बेहाल: बागपत में बेड के नीचे फर्श पर ही पड़ा रहा बेसुध संक्रमित मरीज, सीएमओ दे रहे स्‍टाफ को शाबासी

वीडियो वायरल होने पर डीएम ने किया ये काम...

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बा्गपत में संवेदनहीनता की हदें पार कर दी गयी हैं। अस्‍पताल में कोरोना मरीज फर्श पर पड़ा रहा और किसी ने उसकी सुध ही नहीं ली। जब कोई अस्‍पतालकर्मी इस कोरोना संक्रमित का हाल लेने नहीं आया तो दूसरे संक्रमित मरीज ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक अधेड़ उम्र का व्‍यक्ति किस तरह बिना कमीज के अस्‍पताल में बेड के नीचे फर्श पर बेसुध है। जब सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो मामले में बवाल हो गया। हद तो तब हो गयी जब मामले की जांच कार्रवाई करने के बजाय सीएमओ ने बयान जारी करके वहां मौजूद मेडिकल स्‍टाफ को क्‍लीनचिट भी दे दी।

बाद में जब DM राजकमल यादव के संज्ञान में वीडियो आया तो ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग स्टाफ को सस्पेंड करने के आदेश CMO को दिए। इसके साथ शिफ्ट इंचार्ज मेडिकल अफसर के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से सिफारिश की है। ADM बागपत की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम जांच के लिए बनाई है। जिनसे तीन दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की गई है।

बुधवार की शाम शशांक त्यागी नाम के एक युवक ने अस्पताल के भीतर का वीडियो बनाया। इसमें एक बेड के नीचे जमीन पर एक महिला और एक पुरुष मरीज पड़े हुए हैं। इन मरीजों को ऑक्सीजन लगी हुई है। शशांक ने दावा कि सिर्फ ऑक्सीजन सिर्फ दिखावे के लिए लगी है। रात से बंद कर दी गई है। उसने एक महिला मरीज की मौत होने की भी सूचना दी। शशांक ने कहा कि कई बार कहने के बाद भी मरीजों को बेड पर नहीं किया गया है। यहां कोई भी इलाज करने के लिए मौजूद नहीं है।

ये जारी हुआ सीएमओ का बयान

मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके टंडन ने बताया कि सरूरपुरकलां L-2 कोविड अस्पताल का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए इसकी जांच की गई। अस्पताल के प्रभारी द्वारा बताया गया कि वार्ड में एक महिला की मौत हो गई थी। उसी समय वार्ड में कार्यरत स्टाफ अकेली थी और रोगी को संभाल नहीं पा रही थी। महिला स्टाफ दूसरे स्टाफ को बुलाने के लिए नीचे आई, उसी दौरान ये वीडियो बनाया गया। अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं है न ही अन्य किसी औषधि की कमी है। पूरा स्टाफ मन से काम कर रहा है।