बरेली के अटामांडा रेलवे स्‍टेशन के पास घंटों ट्रैक किनारे पड़ा रहा युवक का शव, बाद में ग्रामीण उठा ले गए

सीमा विवाद में ना जीआरपी पहुंची ना ही सिविल पुलिस, मामले की जांच हो रही, पुलिस को नहीं पता किस गांव के ग्रामीण ले गए शव   

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बरेली में रेल लाइन पर कई घंटों तक एक युवक का शव लावारिस हालत में पड़ा रहा। जीआरपी और सिविल पुलिस दोनों सीमा विवाद में उलझकर मौके पर नहीं पहुंचे। बुधवार को ग्रामीणों ने अटामांडा रेलवे स्‍टेशन के पास पटरी किनारे एक अज्ञात शव को देखा था। ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना भी दी थी लेकिन पुलिस ने मामला जीआरपी का बताकर पल्‍ला झाड़ लिया था, उधर जीआरपी इंस्‍पेक्‍टर ने भी यह मामला सिविल पुलिस के अंडर में बताकर कोई कार्रवाई नहीं की। काफी देर के सीमा विवाद के बाद जीआरपी और सिविल पुलिस के अफसर मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक उस शव को ग्रामीण उठा ले गए थे। हालांकि पुलिस के ये भी जानकारी नहीं है कि शव को कौन से गांव के लोग ले गए हैं।

बरेली में आटामांडा रेलवे स्टेशन के पास पटरियों के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। घंटों शव के पड़े रहने के बाद भी न तो जीआरपी को इसकी सूचना थी न ही सिविल पुलिस को। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब उन्होंने सुबह शव को पड़ा हुआ देखा तो उन्होंने स्टेशन मास्टर को सूचना दी थी। मगर जीआरपी का कहना है कि उन्हें किसी भी तरह की कोई सूचना ही नहीं मिली।

स्थानीय लोगों को भी उस युवक की पहचान नहीं हो पा रही है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि वह आटामांडा के ही पास के गांव खजुआ जागीर का रहने वाला है। तो कुछ लोग किसी दूसरे गांव का बता रहे है। मगर असल में युवक का नाम पता क्या है अभी तक किसी को सटीक जानकारी नहीं हो सकी है। फिलहाल पुलिस और जीआरपी दोनों मौके पर पहुंच रही है। बताया जा रहा है कि आटामांडा रेलवे स्टेशन के आस-पास का क्षेत्र सिविल पुलिस के अंडर आता है। इसलिए सभी कार्रवाई सिविल पुलिस ही करेगी।

जीआरपी इंस्पेक्टर सिटी मनोज कुमार का कहना है कि वैसे तो वह क्षेत्र सिविल पुलिस के अंडर में आता है। मगर जब उन्होंने जानकारी कराई तो पता चला कि अब वहां पर शव है ही नहीं। बताया जा रहा है कि गांव वाले उस शव को उठाकर ले गए। मगर किस गांव के लोग लेकर गए है यह भी पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस और जीआरपी दोनों जांच पड़ताल में जुटे है।