अपराधी से अपराधी का खात्‍मा, फिर पुलिस से करा दिया वैलिड मर्डर, अब अपराधी भी खत्‍म, सुबूत भी खत्‍म

विशेषज्ञ बोले- पहले से तय था शूट आउट, राजनैतिक धुरी का भी पूरे घटनाक्रम में हाथ

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। चित्रकूट जेल का शूट आउट पहले से तय था। सुबह नाश्‍ते के साथ गैंगस्‍टर अंशू के पास हथियार पहुंचे और गुड़ चना बंटने के साथ ही फा‍यरिंग शुरू हो गयी। फिल्‍मी स्‍टायल में हुए शूट आउट में जेल प्रशासन अपना दामन साफ नहीं बचा सकता। आशंका जतायी जा रही है कि अपराधी से अपराधी का खात्‍मा और फिर राजनैतिक रूप से अपराधी का वैलिड मर्डर ये सब प्‍लान था। अपराध मामलों से जुड़े पुलिस विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि ये सब अचानक होने वाली घटना नहीं है। राजनैतिक धुरी के नीचे काम करने वाले बदमाश जब काम के नहीं रहते तो इसी तरह की घटनाएं अमल में लायी जाती हैं। अपराधी से अपराधी का खात्‍मा कराया जाता है और फिर घटनाक्रम तैयार करके पुलिस से वैलिड मर्डर कर दिया जाता है। अब अपराधी भी खत्‍म और सुबूत भी खत्‍म।

चित्रकूट जेल शूटआउट में अब जेल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध नजर आने लगी है। मामले की जांच कर रहे अफसरों के कार्रवाई की सूई भी जेल कर्मियों की तरफ घूम गई है। लेकिन वारदात कैसे हुई? कोई अफसर इस पर बात करने को तैयार नहीं है। जेल सूत्रों के मुताबिक सुबह 9:30 बजे जेल के आदर्श कैदी सभी बैरकों में जाकर नाश्ता बांट रहे थे। इसके थोड़ी देर पहले की गणना खत्म हुई थी और ज्यादातर कैदी बैरक से बाहर मैदान में थे।

इसकी वजह से चारों तरफ जेल के सिपाही नजर गड़ाए मुस्तैद थे। इसी दौरान बाल्टी में कच्चा चना और गुड़ लेकर दो कैदी अंशु के बैरक में दाखिल हुए। वह चना देकर जैसे लौटे अंशु ने पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर मेराज और मुकीम को मौत के घाट उतार दिया। आशंका है कि नाश्ते के साथ ही पिस्टल भी अंशु तक पहुंचाई गई थी। मेराज बनारस जेल से भेजा गया था, जबकि मुकीम काला सहारनपुर जेल से लाया गया था।

अंशु ने नहीं किया सरेंडर

पुलिस ने अंशु दीक्षित को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन वह लगातार फायरिंग करता रहा। बाद में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अंशु भी मारा गया। वहीं, घटना की जांच और जेल का जायजा लेने के लिए प्रभारी उप महानिरीक्षक कारागार इलाहाबाद रेंज पीएन पांडे रवाना हो चुके हैं। जेल में तलाशी कराई जा रही है। जिलाधिकारी और एसपी मौके पर मौजूद हैं। फिलहाल जेल में शांति और स्थिति नियंत्रण में है।