संभल: पुलिस अफसरों और पीआरओ सेल का फर्जी एकाउंट बनाकर सायबर ठग कर रहे रूपयों की डिमांड

पुलिस की सफाई- हमने किसी से रूपए नहीं मांगे, साइबर सेल कर रही है जांच

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी में साइबर ठगों ने पुलिस की ही फेक आईडी बनाकर ठगी शुरू कर दी है। ठगों ने पीआरओ सेल की फेक आईडी विकसित करके कई लोगों से रूपए देने के लिए दबाव डाला है। मामला यूपी के संभल जिले का है। यहां पुलिस के फर्जी फेसबुक एकाउंट की आईडी बनाकर तमाम लोगों से रूपए भेजने की डिमांड की गयी है। जब इसकी खबर एसएसपी को मिली तो उन्‍होंने रियल एकाउंट के बारे में लोगों को बताया और इस प्रकार ठगी करने वालों से सावधान रहने की अपील की है। पूरा मामला सामने आने के बाद महकमे पर खड़े हो रहे सवालों पर विभाग की ओर से सफाई दी गयी है। साइबर सेल ने कहा है कि हम किसी से पैसे नहीं मांग रहे ,ये फर्जी है ।

दरअसल ऐसा पहली बार नहीं हुआ। इससे पहले भी स्मार्ट साइबर ठग पुलिस को परेशान कर चुके हैं। लेकिन, फिर भी पुलिस ने कोई सबक नहीं लिया। पुलिस साइबर ठगी की इन वारदात को रोकने में नाकाम रही है।

ठगी का नया क्‍लोनिंग तरीका

कोरोना काल में तो साइबर ठगी की घटनाएं पिछले सारे रिकार्ड तोड़ रही हैं। पहले बैंक कर्मचारी बनकर ठग कॉल करते थे। फिर एकाउंट डिटेल लेकर बैंक खाते से रकम उड़ा लेते थे। लेकिन पिछले करीब डेढ़ साल से फेसबुक पर लोगों के एकाउंट की क्लोनिंग के बाद मैसेंजर पर उनके रिश्तेदारों और परिचितों से पैसे ठगे जा रहे हैं। इन मामलों में पुलिस कभी भी रिपोर्ट दर्ज करने से आगे नहीं बढ़ सकी है। इन मामलों को साइबर सेल के हवाले कर दिया जाता है। जिसकी जांच समय के साथ ठंडे बस्ते में चली जाती है।

पुलिस ने कहा- हम नहीं मांग रहे पैसा
एकाउंट क्लोनिंग के बाद संभल पुलिस की ओर से पीआरओ सेल पर एक स्टेटस डाला गया है कि उनके अकाउंट को आपराधिक तत्वों द्वारा क्लोन कर लिया गया है। क्लोन एकाउंट से ठग लोगों से रुपयों की डिमांड कर रहे हैं। संभल पुलिस की ओर से किसी से भी रुपयों की डिमांड नहीं की गई है। हम पैसा नहीं मांग रहे है। लोगों को आगाह करते हुए कहा कि लोग साइबर ठगों द्वारा भेजे गए मैसेज के धोखे में न आएं। पुलिस की इस पोस्ट में एडीजी बरेली जोन और डीआईजी मुरादाबाद को भी टैग किया गया है।

एसपी ने साइबर सेल को सौंपी जांच
संभल के एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि कुछ ठगों ने पीआरओ सेल के नाम से बने पुलिस के अधिकारिक अकाउंट की क्लोनिंग की है। ठगों ने फेक एफबी से लोगों को मैसेज भेजकर रुपयों की डिमांड की। इस मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी गई है। साइबर ठगों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।