शादियों के सीजन में बंद बाजारों से टूट रही रिटेल कारोबारियों की कमर, सीएम योगी से बाजार खुलवाने की मांग

यूपी के 20 लाख रिटेल कारोबारियों पर आर्थिक संकट गहराया

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। लाकडाउन की वजह से अब रिटेल कारोबारियों की कमर टूटने लगी है। शादियों के सीजन में भी रिटेल बाजार का टर्नओवर ठप है जिससे बाजार में मंदी छायी हुयी है। अब व्‍यापारियों ने भी सरकार से यूपी में बाजार खुलवाने की मांग की है। बाजार ठप होने से सरकार को भी टैक्‍स का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। लखनऊ व्यापार मंडल, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल , उप्र आदर्श व्यापार मंडल, सामाजिक उद्योग व्यापार मंडल समेत कई संगठनों ने इसको लेकर सरकार और स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन से बाजार को खोलने की मांग की है। उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा के पूर्व सांसद बनवारी लाल कंछल ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखते हुए बाजार खोलने की मांग की है। दलील है कि कुछ नहीं तो महज चार घंटे के लिए बाजार खोल दिए जाए।

लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा कहते है कि शादियों की वजह से उन लोगों के पास बहुत फोन आ रहे है। इसमें लोगों को पकड़े से लेकर शादी कॉर्ड और तमाम सामान लेने है लेकिन बाजार बंद होने की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कारोबारियों का कहना है कि अप्रैल और मई महीनों में लगभग लगभग दुकानें बंद रही। व्यापार नहीं के बराबर हुआ ,ऐसी स्थिति में बिजली का बिल ,हाउस टैक्स ,कर्मचारियों का वेतन एवं दुकान के अन्य खर्चों का भुगतान करना असंभव है । देश और प्रदेश का व्यापारी इस दशा में भारी पीड़ा से गुजर रहा है।

पूर्व सांसद बनवारी लाल कंछल ने कहा कि इस समय देश और प्रदेश में शादी विवाह का सीजन चल रहा है। दुकानें बंद होने से शादी के लिए सामान, बारातियों के लिए भोजन जलपान की व्यवस्था का सामान खरीदने में भारी परेशानियां हो रही है। तमाम शादियां कैंसिल हो रही है व टूट रही है। बैंड बाजा, कैटरर्स, फोटोग्राफर , लाइट, टेंट, हलवाई, आइसक्रीम पार्लर, आतिशबाज, फूल माला वाले और अन्य लोगों को किया गया एडवांस भी डूब रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है इसका हम स्वागत करते हैं। हम मुख्यमंत्री से सिर्फ इतना निवेदन करते हैं कि जिस तरीके से सरकार ने पटरी दुकानदारों की चिंता की है उसी तरह उसे अन्य व्यापारियों की भी चिंता करनी चाहिए। प्रतिदिन 4 घंटे बाजार खोलने की छूट सरकार अवश्य दें।