पीओएस मशीन से कोटेदारों को सता रहा कोरोना फैलने का खतरा, 50 लाख के सुरक्षा बीमा की मांग

मई जून में बांटना है दो माह का फ्री राशन

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। कोरोना काल में(  सरकार की ओर से दो माह का फ्री राशन बांटे जाने की घोषणा के बाद से अब कोटेदार परेशान हैं। दरअसल कोटेदारों को फ्री राशन बांटे जाने के दौरान पीओएस मशीन से कोरोना फैलने का खतरा सता रहा है। राशन की दुकानों पर सरकार ने अब ई पाश मशीनों द्वारा राशन की व्‍यवस्‍था कर दी है। इस ई पाश मशीन में प्रत्‍येक राशन उपभोक्‍ता का अंगूठा स्‍कैन कराना पड़ता है तभी राशन रिलीज किया जाता है। कोरोना काल में गरीब परिवारों की मदद के लिए सरकार ने मई जून में दो माह का फ्री राशन देने की घोषणा की है।

अब इसी ई पाश मशीन के जरिए कोटेदारों को कोरोना फैलने का खतरा सता रहा है। कोटेदारों ने इस संबंध में सोमवार को बरेली जिला प्रशासन के जरिए प्रदेश के राज्‍यपाल को ज्ञापन भेजकर कोटेदारों का 50 लाख रूपए लाख रूपए का सुरक्षा बीमा प्रदान करने की मांग की है। उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि कोविड-19 महामारी के समय प्रदेश के कोटेदारों द्वारा सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर अपनी जान की परवाह किए बगैर पात्र उपभोक्ताओं को राशन वितरण करते चले आ रहे हैं परंतु कोटेदारों की लंबित मांगों पर आज तक कोई विचार नहीं किया गया। जैसा कि राजस्थान सरकार द्वारा कोटेदारों को पांच लाख रुपये बीमा का लाभ कोविड-19 के अंतर्गत प्रदान किया गया है। जिसको लेकर आदर्श कोटेदार एवं उपभोक्ता वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश सस्ता गल्ला विक्रेता के साथ ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर फेडरेशन ने कई बार मांग की है कि उनको भी कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए सुरक्षा कवच दिया जाए।

ज्ञापन में मांग की गई है कि प्रदेश के कोटेदारों को 50 लाख रुपए का सुरक्षा बीमा प्रदान किया जाए। महामारी के चलते ई पोस मशीन को स्थगित किया जाए। जिससे शहर से गांव तक महामारी फैलने का खतरा कम हो जाए। कोटेदारों का कमीशन 300 रूपए प्रति कुंटल या 30 हजार रूपए मानदेय किया निर्धारित कर दिया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते मशीन के जरिए राशन वितरण करने की प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया जाए। ज्ञापन देने वालों में जिला अध्यक्ष हरि सिंह गंगवार उपाध्यक्ष नरेश कुमार महासचिव संजय कुमार प्रदेश उपाध्यक्ष अंशुल अग्रवाल जिला संगठन मंत्री सुमित सैनी आदि उपस्थित रहे।