नौकरी दिलाने के बहाने असहाय महिलाओं व किशोरियों को देह व्‍यापार की दलदल में उतार देते थे ये दरिंदे

लखनऊ पुलिस ने किया पूरे गिरोह का भंडाफोड़, कई किशोरियों को आजाद कराया

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। राजधानी लखनऊ में असहाय महिलाओं और युवतियों को देह व्‍यापार में धकेलने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस गिरोह के कई सदस्‍यों को गिरफ़्तार किया है। ये गिरोह प्रदेश के विभिन्‍न हिस्‍सों से असहाय महिलाओं और युवतियों को नौकरी दिलाने के बहाने अपने जाल में फंसाते थे और धीरे धीरे उन्‍हें देह व्‍यापार के धंधे में उतार देते थे। गुरूवार की रात भी इस गिरोह के सदस्‍य नाबालिग किशोरियों को काम दिलाने के बहाने लेकर आए थे तभी गुप्‍त सूचना पर पुलिस ने छापामार कर गिरोह के सदस्‍यों को गिरफ़्तार कर लिया। पुलिस ने इस गिरोह के कब्जे में दो किशोरियों को आजाद कराते हुए आशा ज्योति केंद्र भेज दिया गया है।

गोमतीनगर पुलिस देर रात महिला दारोगा दामिनी सिंह व सहाबुद्दीन नामक दरोगा पुलिस टीम के साथ सड़कों पर चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच मुखबिर ने सूचना दिया कि कुछ लोग दो किशोरियों को आसाम से लेकर आये हुए हैं। यह लोग उन दोनों किशोरियों को देह व्यापार में धकेल देंगे। इस सूचना पर पहुंची पुलिस को देख लोगों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन घेराबंदी होने की वजह से सभी की गिरफ्तारी कर ली गई।

प्रदेश के विभिन्‍न जिलों में कनेक्‍शन

पकड़े गए गिरोह ने पूछताछ में बताया यह लोग अलग-अलग जिलों में जाते हैं। उन जिलों में गरीब और असहाय परिवार की नाबालिग लड़कियों को दो वक्त की रोटी के लिए बड़े शहरों में काम दिलाने का झांसा देकर अपने साथ ले आते हैं। कुछ दिनों तक इस गिरोह के द्वारा उन किशोरियों को अपने घरों में रखते हैं। जब किशोरियों को उन पर पूरा विश्वास हो जाता है, उसी दौरान काम दिलाने के लिए अलग-अलग राज्यों में अपने नेटवर्क से संपर्क कर देह व्यापार में धकेल दिया जाता था। इस गिरोह को नाबालिग लड़कियों की तस्करी करने पर मोटी रकम भी मिला करती थी।

ओवरब्रिज के पास से पकड़ा गया गिरोह

एडीसीपी पूर्वी की क्राइम पुलिस टीम ने अलग-अलग राज्यों के जिले से नाबालिक लड़कियों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय स्तर पर मानव तस्करी करने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि विकल्प खंड सहारा ओवरब्रिज के पास कुछ व्यक्तियों द्वारा आसाम से नाबालिक लड़कियो को लाकर उनसे वेश्यावृत्ति प्रयोजन में किसी व्यक्ति का इंतजार कर रहे हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंची तो आरोपियों ने भागने का प्रयास किया, जिस पर पूर्वी जोन की क्राइम टीम ने घेराबंदी कर उनको पकड़ लिया। जिनके पास मौके पर दो नाबालिग लड़कियां भी मौजूद थी। जिनसे पूछताछ करने के बाद दोनों को आशा ज्योति केंद्र भेज दिया गया है।

नाबालिग और असहाय महिलाएं बनती थीं शिकायत

इंस्पेक्टर गोमतीनगर केशव कुमार तिवारी की मानें तो पकड़ा गया यह गिरोह कई राज्यों के अलग-अलग जिलों से असहाय व बेसहारा नाबालिग लड़कियों को संरक्षण में ले लेते थे। कुछ दिन तक उनका भरण पोषण करने के बाद विश्वास में लेकर इन लोगों को राज्य व जिला बदलकर देश में अपने नेटवर्क के माध्यम से वेश्यावृत्ति करने के लिए पसंद किए गए जगहों पर पहुंचा देते थे। इस गिरोह के द्वारा पुलिस से छिपते-छिपाते हुए नाबालिग लड़कियों की तस्करी की जाती थी। जिसका गुरुवार की देर रात पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इंस्पेक्टर ने बताया है कि सनी गुप्ता, फैजुद्दीन, राहुल गौतम के साथ दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में मालूम हुआ है इस गिरोह का सरगना फैजुद्दीन व उसकी पत्नी हैं, जो मूलरूप से असम के रहने वाले हैं।