नोएडा वीभत्‍स अग्निकांड: मां की आंखों के सामने ही आग की लपटों के बीच घिरकर खाक हो गयीं दो मासूम

अग्निकांड के बाद सैकड़ों परिवार बच्‍चों समेत सड़क पर आ गए 

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। रविवार को यूपी में आग की लपटों ने दो मासूमों को जलाकर खाक कर दिया। दोनों मासूम सगी बहने अपनी मां की आंखों के सामने ही जलकर खाक हो गयीं। मौके पर मौजूद मां ने पुलिस के जवानों से बेटियों को बचाने की गुहार लगायी लेकिन विकराल आग के सामने पुलिस के जवानों की हिम्‍मत भी जवाब दे गयी वे आगे बढ़ने की हिम्‍मत ना कर सके।

यह दर्दनाक हादसा यूपी के नोएडा में रविवार को घटित हुआ। यहां करीब तीन सौ झुग्गियों में दोपहर के वक्‍त आग लग गयी। आग की लपटें बस्‍ती में देखकर हर कोई जान बचाकर भाग निकला। भगदड़ के बीच ही एक झुग्‍गी में सो रही दो मासूम सगी बहनों पर किसी का ध्‍यान नहीं गया। आग भड़क उठी दोनों मासूमों की मां उस वक्‍त किसी काम से घर से बाहर गयी हुयी थी। मां ने आकर देखा तो आग की उसकी झुग्‍गी आग की लपटों से घिरी हुयी थी। वह चीखती रही रोती बिलखती रही लेकिन झुग्‍गी में मौजूद उसकी दोनों बेटियों को बचाया नहीं जा सका।

नोएडा के सेक्टर 65 स्थित बहलाेलपुर में रविवार की दोपहर सैकड़ों झुग्गियां जलकर राख हो गई। इस अग्निकांड में दो सगी बहनें भी जिंदा जल गईं। उनके कंकाल और कुछ लोथड़े पुलिस ने बरामद किए हैं। यह नजारा जिसने भी देखा उसका कलेजा कांप उठा। दो बच्चियां हादसे के वक्त सो रही थीं। मां-बाप भी झोपड़ी में मौजूद नहीं थे। अब मां का रो-रोकर बुरा हाल है। वह उस मनहूस घड़ी को कोस रही है जब वह काम के सिलसिले में घर से बाहर गई थी।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि थाना फेस थ्री क्षेत्र के बहलोलपुर शनि मंदिर के पास हजारों झुग्गी-झोपड़ियां हैं। झुग्गियों में प्लास्टिक की पन्नी, बोतलों आदि कबाड़ का काम करने वाले लोग रहते हैं। अधिकतर लोग बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि रविवार दोपहर करीब दो बजे यहां 150 से अधिक झुग्गियों में आग लगने की सूचना मिली। इसके बाद मौके पर 17 से अधिक दमकल गाड़ियां पहुंची। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के आग की भयंकर लपटों पर नियंत्रण पाया जा सका। हालांकि स्थानीय लोगों की मानें तो इस अग्निकांड में 500 से अधिक झुग्गी-झोपड़ियां जली हैं।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि आग अभी पूरी तरह से नहीं बुझी है। पूर्ण रूप से आग बुझाने के बाद दोबारा सर्च अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

नोएडा सेन्ट्रल जोन के DCP हरीश चंद्र ने बताया कि एक झुग्गी से दो बच्चियों के कंकाल बरामद किए गए हैं। आग लगने के समय बच्चियां शायद झुग्गी में सो रही होंगी। जिससे उन्हें आग का पता नहीं चल पाया। उन्होंने बताया कि कंकाल की शिनाख्त हो गई। इनकी पहचान पारो (2 साल) और डोली (6 साल) पुत्री श्रवण के रूप में हुई है। दोनों सगी बहने थीं। बरामद दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

मासूम पारो और डोली की मां सुलेखा घटना के समय बाहर कुछ काम से गई थी। कुछ देर बाद वह मौके पर पहुंची तो झुग्गी में आग लगी देख उसकी चीखें निकल गई। सुलेखा वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से बेटियों को बचाने की गुहार लगाती रही। लेकिन आग का विकराल रूप देखकर पुलिसकर्मियों की हिम्मत भी जवाब दे गई। बेटियों के पिता श्रवण ने बताया कि वह घटना के समय कबाड़ के काम से बाहर गया हुआ था।

आग की घटना के बाद 300 से अधिक लोग सड़क पर आ गए हैं। सभी का कबाड़ का लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया है। थाना फेस थ्री पुलिस इन लोगों की सेवा में जुट गई है। थाना प्रभारी जितेन्द्र दीक्षित ने बताया कि लोगों को खाने पीने का सामग्री महैया कराई गई है। रात के समय ये लोग खुले आसमान के नीचे न सोएं इसका इंतजाम किया जा रहा है।

सेक्टर 65 के निकट बहलोलपुर में खाली पड़ी जमीन बहलोलपुर के रहने वाले कुछ लोगों की हैं। इन लोगों ने बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वालों को दो हजार रुपए प्रति माह किराए पर जमीन दी हुई है। सभी कबाड़ का काम करते हैंं और झुग्गियों में रहते हैं। घटना के बाद से दूसरी झुग्गियों में रहने वाले लोग भी डरे और सहमे हुए हैं।