मुरादाबाद: कठघर रेल पुल पर खतरे के निशान के करीब बह रही रामगंगा, नदी किनारे के गांवों में बाढ़ जैैैसे हालात

फसलें और सड़कें जलमग्‍न, दर्जन भर गांवों में ट्रैक्‍टर से हो रहा आवागमन

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के मुरादाबाद में रामगंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गयी है। मुरादाबाद के कठघर इलाके में रामगंगा नदी का पानी उच्‍चस्‍तर के निशान के करीब है। नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। नदी के ऊफान से भोजपुर थाना क्षेत्र के कई गांव खतरे के निशाने पर हैं।

दर्जनभर गांवों का आवागमन प्रभावित

सड़क पर तेज बहाव के साथ बहने वाले पानी के कारण जहां एक दर्जन गांवों का आवागमन प्रभावित हो गया है, वहीं सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई है। लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को विवश हो रहे हैं। इस्लामनगर चौराहा से भोजपुर थाने की ओर जाने वाले मार्ग पर हल्की बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। इस मार्ग पर आने वाले गांव काफिराबाद, अक्का, खैय्या गद्दर, शाहपुर, गनीमत नगर, अहमद नखानपुर, घोसीपुरा, इस्लामनगर और पीपलसाना गांव के ग्रामीणों को हर साल बारिश का दंश झेलना पड़ता है। इसकी वजह है कि हल्की बारिश या फिर पहाड़ों से आने वाले पानी के कारण रामगंगा नदी सबसे पहले इन गांवों को अपनी चपेट में लेती है। कमोवेश इस वर्ष भी इन गांवों के लोगों को बाढ़ का दंश झेलना तय है।

फसलें जलमग्‍न, सड़कें डूबी

इस बार भी हल्की बारिश के बाद नदी में आए उफान ने इन गांवों में दस्तक देनी शुरू कर दी है। बुधवार को इस्लामनगर चौराहे से भोजपुर थाने की ओर जाने वाले इस मार्ग पर अक्का गांव के पास सड़क पर पानी का तेज बहाव आ गया। सड़क कटने के कारण पानी घुटनों के ऊपर चल रहा है। इस कारण पैदल व बाइक से निकलना दुश्वार हो गया है। बहाव इतना तेज है कि जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। सड़क के दोनों और सैकड़ों बीघा फसल पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि जलस्तर बढ़ने से धान की फसल का बर्बाद होना तय है।

ट्रैक्‍टर से पार करा रहे रास्‍ता

एक दर्जन गांवों को जोड़ने के साथ ही उत्तराखंड की ओर से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए यह मार्ग काफी सुगम है। इस मार्ग से आने के कारण करीब 10 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाने से राहगीर बच जाते हैं। इस कारण देर शाम तक सड़क पर वाहनों की चहल-कदमी रहती है। बुधवार को भी राहगीर निकले तो पानी का बहाव देख कर ठिठक गए। इस बीच कुछ बाइक सवारों ने वाहन निकालने का प्रयास किया तो वे बीच धार में जाकर फंस गए। गनीमत रही कि वहां पर मौजूद युवाओं ने किसी तरह उन्हें बाहर निकाला। इसके बाद कुछ ग्रामीण ट्रैक्टर लेकर आ गए, फिर दिन भर ट्रैक्टर में बाइक व उनके सवारों को लाद कर सड़क पार कराई गई। इसके एवज में उन्होंने प्रति बाइक 20 रुपये भी वसूले। इस दौरान अक्का व इस्लाम नगर की ओर से आने वाले कार चालकों को ग्रामीणों ने सड़क पर पानी आने का हवाला देकर दूसरे मार्ग से रवाना किया।