तम्बाकू छोड़ने की प्रतिबद्धता को लेकर वेबिनार पर हुई बैठक

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य पर राज्य तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ एवं उत्तर प्रदेश वालेंटरी हेल्थ असोसिएशन लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में इस वर्ष ॅभ्व् द्वारा निर्धारित थीम ब्वउउपज जव फनपज तम्बाकू छोड़ने के लिए प्रतिवद्धके क्रम में ब्पअपस ेवबपमजपमे ंे बींदहम उंामते जव ेंअम हमदमतंजपवद तिवउ जवइंबबव नेम विषय पर  राज्य स्तरीय वेबनॉर आधारित बैठक का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ सुनील पाण्डेय ने उत्तर प्रदेश में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रमुख बिन्दु पर चर्चा और सामाजिक संगठनों के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि आज हम आप से अपेक्षा करते है कि तम्बाकू उन्मूलन के क्षेत्र में आप बेहतर बेहतर प्रयास करे जिससे न्यू जनरेशन के साथ साथ अन्य लोगो को तम्बाकू के कुप्रभाव से वचाया जा सके एवं उत्तर प्रदेश को तम्बाकू मुक्त किया जा सके। डॉ पाण्डेय ने वेहतर सहयोग के लिए द यूनियन एवं यु.पी.वी.एच.ए. धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम में प्रवीण सिन्हा ने तम्बाकू नियंत्रण में थ्ब्ज्ब् के योगदान पर पर चर्चा की विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया के करीब 125 देशों में तंबाकू का उत्पादन होता है। सिन्हा ने तम्बाकू के कुप्रव एवं भयावहता पर विस्तार से चर्चा की साथ वताया कि तम्बाकू एवं कोविड का सीधा सम्बन्ध है तम्बाकू जहाँ इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है वही यह इसके संक्रमण फैलाने में भी सहायक है लोगो द्वारा पान मसाला तम्बाकू का उपयोग कर यत्र तत्र थूकने से संक्रमण फैलता है।
कार्यक्रम में द यूनियन के तकनिकी सलाहकार डॉ प्रणय लाल ने वताया कि पिछले 40 वर्षो से हम विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मानते आ रहे है जिसमे सरकारी विभागों के साथ साथ सामाजिक संगठनो का भी योगदान रहा है। कुछ सालों में भारत के साथ ही पूरे विश्व भर में धूम्रपान करने और उससे पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। उन्होंने वताया कि इस के पीछे तम्बाकू कम्पनियों का काफी योगदान रहा है।

इलेक्ट्रानिक सिगरेट पर चर्चा करते हुए बताया की 2019 में भारत सरकार द्वारा इस पर प्रतिवंध लगाना एक वेहतर कदम है एवं कम्पनियों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। कपनियां तम्बाकू उत्पाद को काफी आकर्षक एवं लुभावना बनाते है तरह तरह के स्टार प्रचार के माध्यम से समय समय पर व्यापक प्रचार कराते रहते है हमारी आप सभी अपील एवं सहयोग की अपेक्षा है कि आप सभी इनके प्रयास को कभी सफल न होने दें।

द यूनियन के डॉ यादव ने वताया कि नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम के वर्ष 2016 के आंकड़ों के मुताविक देश में कुल 3.9 मिलियन लोग कैंसर के शिकार है। उत्तर प्रदेश में 674386 मामलें रजिस्टर्ड हुये हैं, जिनमें 40 फीसदी मुंह एवं फेफड़े के कैंसर के रोगी हैं नोएडा के स्मोक्लेस टोबैको एंड वर्ड नॉलेज हब डस्ज् के आंकड़ो पर गौर करे तो प्रति वर्ष साल लाख से अधिक लोग चवाने वाली तम्बाकू से मौत के शिकार होते है विश्व स्तरीय आंकड़ों में सबसे ज्यादा 91 प्रतिशत गरीव देशों के लोग तम्बाकू एवं उससे निर्मित उत्पाद का प्रयोग करते हैं इस वीमारी से एक तरफ जहाँ मरीजो के सेहत पर बुरा असर पड़ता है। वहीं महंगा इलाज उसके परिवार की आर्थिक स्थिति को भी चैपट कर देता है।  

उत्तर प्रदेश के राज्य सलाहकार तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम श्री सतीश त्रिपाठी ने तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में सामाजिक संगठनों व सभी लोगों के प्रयास की सराहना की एवं विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर विभिन्न जनपदों में आयोजित किये गए जागरूकता कार्यक्रमों की सराहना की एवं वताया कि ये कार्यक्रम 15 जून तक आयोजित किये जायेंगे, तंबाकू के उपयोग के प्रभाव से व्यापक जनता के भीतर जागरूकता बढ़ाएं और दूसरों के द्वारा फैलाये गये धुएं को रोकना है। डब्ल्यूएचओएफसीटीसी में निहित एमपीओएआर तंबाकू नियंत्रण उपायों के कार्यान्वयन को मजबूत करने के लिए देशों को प्रोत्साहित करना है।  कार्यक्रम के अंत में राज्य सलाहकार मानसिक स्वास्थ्य सूर्यप्रकाश पाठक द्वारा समस्त प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन किया गया उक्त वेबिनार बैठक में लगभग 95 लोगो ने हिस्सा लिया।