मेरठ: दस मिनट के लिए अटकी रहीं मरीजों की सांसें, आक्सीजन पहुंची तो तीमारदारों में मच गयी लूट
आक्सीजन सिलेण्डर के लिए जमकर धक्का मुक्की, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के मेरठ जिले के मेडिकलक कालेज में आक्सीजन के लिए मरीजों के तीमारदारों में छीना झपटी मच गयी। इस छीना झपटी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद मेरठ जिला प्रशासन की चारों ओर किर किरी हो रही है। बताया जा रहा है कि मेरठ के लाला लजपत राय मेडिकल कालेज में जैसे ही आक्सीजन की खेप पहुंची तो आक्सीजन पाने के लिए मरीजों के तीमारदारों में आक्सीजन की लूट मच गयी। आक्सीजन का सिलेण्डर पाने के लिए यहां जबर्दस्त धक्का मुक्की का वीडियो सोशल साइटों पर वायरल हो रहा है। जिसके हाथ सिलेण्डर लगा वह सिलेण्डर लेकर वहां से चला गया और सिलेण्डर अपने कब्जे में करके बैठ गया। मेडिकल कालेज प्रबंधन को एक भी सिलेण्डर नहीं मिल पाया।
इस मेडिकल कालेज के हालात यह हैं कि यहां एक एक बेड पर दो दो मरीजों का इलाज किया जा रहा है। एक ही सिलेण्डर से दो मरीजों को आक्सीजन को दी जा रही है। गुरुवार की शाम मेरठ मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में आक्सीजन खत्म हो गई थी। करीब 10 मिनट तक मरीजों को बिना आक्सीजन के रहना पड़ा था। ऑक्सीजन की कमी पूरी करने के लिए मोदी नगर स्थित ऑक्सीजन प्लांट से प्रशासन ने ग्रीन कॉरिडोर बनवाकर आधा घंटे में ऑक्सीजन की पूर्ति कराई थी। जिसके बाद मेरठ मेडिकल कॉलेज में मरीजों को ऑक्सीजन मुहैया हो सकी थी।
यह वायरल वीडियो भी उसी वक्त का बताया जा रहा है, जब ऑक्सीजन के सिलेंडर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। वहीं एक वीडियो में एक शख्स डॉक्टर के पांव छूता नजर आ रहा है। इस शख्स की भी डॉक्टर से यही विनती थी कि उसको ऑक्सीजन सिलेंडर दे दिया जाए।
जब मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ ज्ञानेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि किसी ने भ्रम फैला दिया था अन्यथा हॉस्पिटल के पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन है। गैस सिलेंडर खत्म होने पर कुछ देर के लिए दूसरा सिलेंडर बदलने के लिए आक्सीजन हटायी जाती है, जिस कारण कुछ समय लग जाता है। ऐसे में मरीज के तीमारदार घबरा जाते हैं, मेडिकल में आक्सीजन की कमी नहीं है। यहां डायरेक्ट पाइप लाइन से भी आक्सीजन की सप्लाई है।