मथुरा: कब्‍जाई गयी जमीन पर उगाई गेहूं की फसल नष्‍ट करने पहुंची पुलिस के सामने महिलाओं ने किया आत्‍मदाह का प्रयास

महिलाओं को घसीटे जाने का वीडियो वायरल, पुलिस की बर्बरता बता रहे लोग

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी में पुलिस की गलत कार्यशैली की एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब पुलिस की किरकिरी तो हो रही है पीडि़त न्‍याय मिलने की आस भी नहीं लगा पा रहे हैं। मामला यूपी के मथुरा जिले का है। यहां पुलिस कब्‍जाई गयी जमीन पर गेहूं की फसल को नष्‍ट करने के लिए पहुंची तो वहां मौजूद महिलाओं और युवतियों ने खुद पर ज्‍वलनशील पदार्थ डालकर आत्‍मदाह की कोशिश की। जिससे गुस्‍सायी पुलिस महिलाओं को घसीटते हुए ले गयी। इस बर्बरता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अफसरों के कान खुले तो चारों ओर पुलिस की आलोचनाओं का दौर शुरू हो चुका था।

सोशल मीडिया पर यूजर्स इस घटना को किसानों पर पुलिस का जुल्‍म बताकर शेयर कर रहे हैं। वहीं एक कदम आगे आते हुए छाता तहसील के एसडीएम ने आत्‍मदाह के प्रयास की घटना को ही गलतफहमी बता दिया। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि आखिर पुलिस फसल तैयार होने के बाद नष्‍ट करने पहुंची। जब बुआई हो रही थी तब पुलिस क्‍या सो रही थी।

ये है पूरा मामला
दरअसल गांव शेरनगर में 30 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जाकर उगाई गई फसल को पुलिस प्रशासन सोमवार की दोपहर को कुर्क करने पहुंचा था। जैसे ही पुलिस टीम मशीन लेकर वहां पहुंची, फसल उगाने वाले पक्ष की राधा पत्नी चंद्रपाल, मुनेश पत्नी हंसराज, ममता पुत्री ओमपाल, मोतनी पत्नी ओमपाल सिंह, कविता पुत्री ओमपाल सिंह वहां पहुंच गई। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया। जब पुलिस फसल को अवैध बताते हुए न्यायालय से फसल कुर्की के आदेश दिखाकर फसल कटाई के लिए आगे बढ़ी तभी पांच महिलाओं में से दो युवतियों ने खेत के बीच में पहुंचकर अपने उपर केरोसिन उडे़ल लिया और पुलिस प्रशासन को फसल न काटने की चेतावनी दी।

ताना देकर विरोधियों ने आत्‍मदाह को उकसाया

जिसके बाद पुलिस महिलाओं की ओर दौड़ पडी। पुलिस ने जैसे तैसे दो युवतियों सहित पांच महिलाओं को पकड़ लिया और उन्हें लेकर थाने पहुंच गई। सूचना मिलते ही SDM छाता हनुमान प्रसाद एवं CO जितेंद्र कुमार थाना पहुंचे। उन्होंने महिलाओं से पूछताछ की है, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके विरोधी शेरपाल, सतयपाल, जयवीर, धर्मवीर, बलदेव, हरकिशन आदि ने फसल काटने का ताना देकर आत्महत्या के लिए उकसाया था।

SDM छाता हनुमान प्रसाद ने बताया कि महिला किसानों को गलत फहमी हो गई थी कि उनके विरोधी फसल को पुलिस की मदद से कटवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं ने बताया कि वह लोग प्रशासन की कार्रवाई का विरोध नहीं कर रहे हैं। कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है। उधर SDM SP ग्रामीण ने बताया कि महिलाओं को उनके स्वजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। उन्हें उकसाने वाले लोगों के खिलाफ भी निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।