महाराजगंज: दर्जनों गांवों में आग से हजारों एकड़ गेहूं की फसल खाक, देर से पहुंचने पर फायर ब्रिगेड को मारपीट कर भगाया

ग्रामीणों की साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया, सपने धराशायी

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के महाराजगंज में आग की चिंगारी से लाखों रूपयों का गेहूं जलकर खाक हो गया। फायर सर्विस के देर से बिना इंतजामों के पहुंचने से गुस्‍साए ग्रामीणों आग बुझाने पहुंचे फायर सर्विस के कर्मियों को पीटकर भगा दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने फायर कर्मियों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा। घटना में एक फायर ब्रिगेड का सिपाही घायल हो गया है। पुलिस मारपीट करने वाले ग्रामीणों की तलाश कर रही है। अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस ने मारपीट का केस दर्ज कर लिया है।  एसपी प्रदीप गुप्‍ता ने बताया कि यूपी के महाराजगंज के श्‍यामदेउरवा थाना इलाके में गे‍हूं की फसल में आग लग गयी थी। आग बुझाने गए कर्मियों को ग्रामीणों ने हमला कर दिया और उन्‍हें दौड़ा दौड़ा कर पीटा। हालांकि एसपी ने ग्रामीणों द्वारा की गयी मारपीट के कारण का जिक्र नहीं किया।

एसपी ने कहा कि अग्निशमन विभाग के कर्मी अपनी जान जोखिम में डाल कर आग बुझा रहे हैं। ऐसे में उनका सहयोग करने के बजाय मारपीट व दुर्व्यवहार करना गंभीर बात है। प्रकरण में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। श्यामदेउरवा थानाक्षेत्र के कतरारी गांव के पूरब सिवान में एक चिंगारी शोला बन कर किसानों की खड़ी फसल को जलाने लगी। देखते ही देखते आग बेलराई, परसिया इंदरपुर, महुअवा-महुई, नंदना व सोहवल गांव के सिवान में फैल गई। इन सभी गांवों के बीच करीब चार सौ एकड़ गेहूं की फसल जलने लगी। सूचना पर श्यामदेउरवा थाना परिसर में खड़े फायर टेंडर को आग बुझाने के लिए प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार राय ने फौरन कतरारी भेजा।

खुद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों के साथ मिल कर आग बुझाना शुरू किया, लेकिन आग बेकाबू हो रही थी। उसके तेज लपट के आगे बुझाने की सभी कोशिश धराशायी हो जा रही थी। इसके बाद जिला मुख्यालय के अग्निशमन विभाग से दूसरा फायर टेंडर आग बुझाने के लिए बुलाया गया। वहां ग्रामीणों ने देर से आने का आरोप मढ़ फायर टेंडर गाड़ी का रास्ता रोक दिया। फायर कर्मियों से बदसलूकी करते हुए उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। श्यामदेउरवा पुलिस उस समय गांव के दूसरे छोर पर आग बुझा रही थी। पुलिस तब तक पहुंची उस समय तक ग्रामीण एक अग्निशमन विभाग के कर्मचारी को पीट कर घायल कर दिया। पुलिस के पहुंचने के बाद हंगामा करने वाले ग्रामीण तितर-बितर हुए।

आग से राख हुए किसानों के अरमान, अनाज का एक दाना भी नहीं बचा

अग्निशमन विभाग के मुताबिक जिले के तीस गांव में आग लगी थी। इस आग में हजारों एकड़ फसल जल कर राख हो गई। विभाग की सभी गाड़ियां आग बुझाने के लिए दिन भर दौड़ती रहीं, लेकिन सबसे भीषण आग श्यामदेउरवा थानाक्षेत्र में लगी थी। चंद घंटे के भीतर -देखते ही कतरारी, बेलराई, परसिया इंदरपुर, महुअवा-महुई, नंदना व सोहवल आदि गांवों के हजारों किसान की फसल राख की ढेर में तब्दील हो गई। किसान खेत में दहाड़ मार कर रो रहे थे।

कोई गेहूं बेच कर बेटी की शादी का सपना संजोया था तो किसी अनाज के बदौलत कोई दूसरा काम करने का अरमान पाला था। लेकिन आग में सब कुछ स्वाहा हो गया। कई किसान ऐसे हैं जिनका सभी खेत इसी सिवान में था। उनका गेहूं का एक दाना भी नहीं बचा था।