लखनऊ: विधानसभा चुनावों, संगठन विस्‍तार और सरकार में फेरबदल को लेकर गरमायी यूपी की सियासत

बीजेपी के वरिष्‍ठ नेताओं ने राजधानी में डाला डेरा, तीन दिनों तक चलेगा मंथन

 | 

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी में इन दिनों सियासत गर्म है। सरकार के मंत्रिमंडल विस्‍तार और संगठन में बदलावों को लेकर भाजपा में इस समय मंथन छिड़ा हुआ है। आज सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह लखनऊ पहुंच गए हैं। दोपहर उन्‍होंने पार्टी नेताओं के साथ 3 बड़ी बैठक की हैं। इन बैठकों में 2022 के विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की गयी। वहीं प्रदेश में होने वाले जिला पंचायत अध्‍यक्ष के प्रत्‍याशियों पर भी चर्चा की गयी।

दोपहर को पार्टी मुख्यालय में बीएल संतोष की हाईलेवल बैठक शुरू हुयी। इसमें यूपी भाजपा प्रभारी राधा मोहन सिंह, यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन महामंत्री सुनील बंसल मौजूद रहे। बैठक में यूपी भाजपा के 6 क्षेत्रीय अध्यक्ष और 7 महामंत्री भी शामिल हुए।

यूपी में भाजपा के कार्यकर्ताओं की नाराजगी पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती है। सरकार की तरफ से कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और संगठन के असहयोग से कार्यकर्ताओं में असंतोष और नाराजगी है। यूपी में विधानसभा का चुनाव करीब है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी पार्टी के लिए बेहद खतरनाक है। सोमवार की बैठक में कार्यकर्ताओं की नाराजगी और संगठन के पदाधिकारियों की भूमिका को लेकर चर्चा की गयी। साथ ही कार्यकर्ताओं में जोश भरने और चुनाव के लिहाज से उन्हें तैयार करने के लिए कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार की गयी है।

बैठक में संगठन विस्तार को लेकर भी अहम चर्चा हुयी है। यूपी में लंबे समय से किसी मोर्चे का गठन नहीं हुआ है। युवा मोर्चा, महिला मोर्चा से लेकर मीडिया की टीम की घोषणा नहीं हुई है। निगम के कई सारे पदों पर अभी भी नियुक्ति नहीं हुई है। माना जा रहा है कि इन खाली पदों पर कार्यकर्ताओं की नियुक्ति जल्द से जल्द कराने को लेकर सहमति बन सकती है। साथ ही मोर्चा और नई मीडिया टीम को लेकर भी बैठक में चर्चा की गयी।

केन्‍द्र की यूपी पर नजर

यूपी में 2022 के विधानसभा चुनावों के कारण यूपी पर केन्‍द्र पूरा ध्‍यान लगाए हुए है। विधानसभा चुनावों के कारण यहां पार्टी अपनी तैयारियों में जल्द से जल्द जुटना चाहती है। इस लिहाज से अब लगातार यूपी में दौरे शुरू होंगे। बीएल संतोष के दौरे के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह का भी यूपी दौरा हो सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में भी यूपी के कुछ नए चेहरों को मौका दिया जाएगा। जिसका फायदा 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिल सके।

इससे पहले शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष के टिकट बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बैठक हुई थी। इसमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, संगठन मंत्री सुनील बंसल और अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ करीब 2 घंटे तक मंथन हुआ था। इसमें चुनाव जीतने के लिए रणनीति तैयार की गई थी।

बैठक में तय हुआ था कि प्रदेश के मंत्रियों को उनके जिले की जिम्मेदारी दी जाएगी। ये मंत्री अपने यहां के निर्दलीय और विपक्ष के पंचायत सदस्यों को BJP के साथ जोड़ने की कोशिश करेंगे। चुनाव तक ज्यादातर मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को अपने जिले में रहना होगा। वहां पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए समीकरण मजबूत बनाना होगा।