लखनऊ: जीएसटी के डिप्‍टी कमिश्‍नर ने लाइसेंसी पिस्‍टल से गोली मारकर कर ली आत्‍महत्‍या, वजह साफ नहीं हो सकी

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी की राजधानी लखनऊ में जीएसटी के डिप्‍टी कमिश्‍नर ने गोली मारकर आत्‍महत्‍या कर ली। सुसाइड के कारणों का कोई खुलासा नहीं हो सका है। संजय शुक्‍ला वाराणसी में जीएसटी के डिप्‍टी कमिश्‍नर के पद पर तैनात थे। सुसाइड की सूचना मिलने पर पुलिस ने फोरेंसिंक टीम के साथ घटनास्‍थल का मुआयना किया है। सुसाइड में इस्‍तेमाल किया गया उनका लाइसेंसी पिस्‍टल पुलिस ने अपने कब्‍जे में ले लिया है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की पड़ताल में जुटी है।

बताया जा रहा है कि बीती 6 मई को उनके फ्लैट में करीब 25 लाख के जेवर और नकदी की चोरी हुई थी। वारदात के बाद वे वाराणसी से लखनऊ पहुंचे थे। सोमवार को उन्हें वाराणसी दफ्तर पहुंचकर जॉइन करना था। कहा जा रहा है कि चोरी के बाद से वे डिप्रेशन में थे।

आजमगढ़ के निवासी थे शुक्‍ला

मूल रूप से आजमगढ़ के रहने वाले संजय शुक्ला की बनारस में तैनाती थी। उनका परिवार गोमतीनगर के सरयू अपार्टमेंट में रहता है। परिवार में पत्नी हैं। कोविड कि वजह से कुछ दिनों से संजय भी परिवार के साथ रह रहे थे। 4 मई को वह परिवार के साथ आजमगढ़ गए थे। लौटने पर पता चला कि उनके फ्लैट में चोरी हो गयी। इसमें काफी सामान और जेवर गायब हुए था। घटना के संबंध में संजय शुक्ला ने कमिश्नर डीके ठाकुर से मुलाकात की थी। वे खुलासा करने वाली टीम को 50 हजार रुपए इनाम अपनी तरफ से देने की बात कही थी। वारदात से वह डिप्रेशन में थे।

नहीं मिली कोई तहरीर
पुलिस के मुताबिक, चोरी की वारदात के बाद से पत्नी के साथ उनका झगड़ा शुरू हुआ, जो बढ़ता चला गया। सोमवार रात भी दोनों के बीच विवाद हुआ। हालांकि विवाद शांत होने के बाद दोनों ने खाना खाया। इसके बाद सोने चले गए। रात करीब 12 बजे संजय ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। परिजनों से जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची तो खून से लथपथ संजय को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि परिजनों की तरफ से अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। सूचना और घटनास्थल मुआयना के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। पुलिस कॉल डिटेल भी खंगाल रही है।