यूपी में लाकडाउन अभी लंबा खिंचने के आसार, अब 31 मई तक फिर बढ़ाया लाकडाउन, सभी पाबंदियां बरकरार

ई कामर्स कंपनियों व औद्योगिक इकाईयों को छूट

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी में लाकडाउन खुलने की आशंकाओं को खारिज करते हुए सरकार ने अभी लाकडाउन जारी रखने का फैसला किया है। यूपी में अब  31 मई तक लाकडाउन की समय सीमा बढ़ा दी गयी है। योगी सरकार बढ़े हुए लाकडाउन को लेकर एक और एडवायजरी कल रविवार को जारी कर देगी। अनुमान लगाया जा रहा था कि 24 मई के बाद लाकडाउन खोल दिया जाएगा लेकिन यह आशंकाएं शनिवार को धराशायी हो गयी। अब 31 मई सुबह सात बजे तक लाकडाउन जारी रहेगा। नई गाइडलाइन में बाजार खोलने पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी केवल आवश्‍यक सेवाओं को ही आने जाने और काम काज की छूट मिलेगी। वहीं सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे। हालांकि ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी।

इस दौरान जरूरी, इमरजेंसी, वैक्सीनेशन सेवाओं पर पाबंदी नहीं रहेगी। लोगों को अस्‍पताल, राशन और मेडिकल स्‍टोर की सुविधा मिलती रहेगी। सरकार ने रेहड़ी-पटरी, रिक्शा वालों, मोची, दिहाड़ी मजदूरों और राशन कार्ड धारकों को हर महीने राशन भी एक जून से देने लगेगी।

रिटेल कारोबारियों में नाराजगी

उधर सरकार के इस फैसले से रिटेल कारोबारियों में एक बार फिर मायूसी का माहौल हो गया है। आशंका जतायी जा रही थी कि 24 मई को लाकडाउन खुल जाएगा। जिसके बाद रिटेल बाजार को खोलने के लिए भी कोई शेड्यूल जारी किया जाएगा लेकिन सरकार के लाकडाउन बढ़ाने के फैसले के बाद एक बार फिर रिटेल कारोबारियों ने सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की है। गौरतलब है कि पिछले दिनों ही रिटेल कारो‍बारियों ने बाजार को खोलने का शेड्यूल तय करने की मांग की थी। कारोबारियों ने कहा कि जब बड़ी कंपनियों के माल खुल रहे हैं, शराब की दुकानें खुल रही हैं ऐसे में रिटेल कारोबार पर संकट गहराता जा रहा है। मांग की गयी थी कि रिटेल कारोबारियों को आर्थिक दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसे दूर करने के लिए सरकार को बाजार खोलने का शेड्यूल तय करना चाहिए।

लॉकडाउन गाइडलाइन में इन्हें मिली है छूट

औद्योगिक गतिविधियों को छूट यानी आप किसी कंपनी या फैक्ट्री में काम करते हैं तो आई-कार्ड दिखाकर आ-जा सकते हैं।

मेडिकल और जरूरी वस्तुओं की सप्लाई से जुड़े ट्रांसपोर्टेशन को भी छूट दी गई है।

डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, अस्पताल के अन्य कर्मचारी, मेडिकल दुकान और व्यवसाय से जुड़े लोग।

ई-कॉमर्स ऑपरेशंस यानी ऑनलाइन पोर्टल के जरिए मिले जरूरी सामान के ऑर्डर डिलीवर कर सकते हैं।

मेडिकल इमरजेंसी, दूरसंचार सेवा, डाक सेवा, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, इंटरनेट मीडिया से जुड़े कर्मचारियों को ई-पास बनवाने की जरूरत नहीं है। वे अपने संस्थान का आई-कार्ड दिखाकर आ जा सकते हैं।