उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के महामंत्री मनोज सक्सेना से जानें, कि कैसे दूर हो एग्जाम का डर और बेहतर हो तैयारी
न्यूज टुडे नेटवर्क। परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करना हर छात्र का लक्ष्य भी होता है और सपना भी लेकिन अक्सर फिर भी परीक्षाओं के समय छात्र नर्वस हो जाते हैं। इस नर्वसता में चिंतामुक्त अध्ययन के साथ परीक्षाओं की तैयारी मुश्किल और बड़ा काम मालूम देती है। लेकिन यदि परीक्षाओं की तैयारी समयबद्ध तरीके से पूरा शेड्यूल बनाकर कर ली जाए तो छात्रों को इस दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। छात्रों के लिए परीक्षाओं की तैयारी एक बड़ा लक्ष्य होता है। अगर परीक्षाओं की तैयारी अच्छी होगी तब निश्चित तौर पर छात्र परीक्षाओं में भी सफलता का उम्दा प्रदर्शन कर सकेंगे। हाल ही में हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण बोर्ड परीक्षाओं को कुछ समय के टाल दिया गया है। ऐसे समय में छात्रों को परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए कुछ और समय भी मिल गया है।
इसके अलावा परीक्षाओं के दिनों में भी छात्र परीक्षाफल को लेकर डर और तनाव महसूस करते हैं। छात्र परीक्षाओं से पूर्व तैयारी कैसे करें, और किन तरीकों को अपनाकर छात्र परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करें। साथ ही साथ परीक्षा के दिन किन बातों का ध्यान रखें। इस बारे में छात्रों को परीक्षा में सफलता के टिप्स देने के लिए न्यूज टुडे नेटवर्क ने प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश महामंत्री और मनोहर भूषण इंटर कालेज बरेली के प्रधानाचार्य मनोज कुमार सक्सेना से बात की और उनकी राय जानी।
ये टिप्स बनेंगे मददगार
जब छात्र परीक्षाओं की तैयारी के लिए पढ़ाई कर रहे हों उसी समय छात्रों को पढ़ाई के साथ साथ नोट्स भी बना लेना चाहिए ये नोट्स रिवीजन के समय बेहद कारगर साबित होते हैं। पाठ्यक्रम में दिए गए विषयों के प्रश्नों के उत्तरों को लिखकर पहले से याद कर लेना चाहिए। सबसे पहले कठिन विषयों के प्रश्नों को लिखकर और पढ़कर अभ्यास करना चाहिए। अक्सर सिर्फ पढ़ाई करते रहने से छात्रों का दिमाग बोझिल हो जाता है। ऐसे में छात्र पढ़ाई के प्रति उदासीनता अपनाने लगते हैं। ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए पढ़ाई के साथ साथ मनोरंजन का समय भी निकालना चाहिए। दिमाग को रिफ्रेश करने के लिए छात्रों को कुछ समय मनोरंजन भी बेहद जरूरी होता है। प्रधानाचार्य ने कहा कि पढ़ाई करते समय छात्र यदि इन सभी बातों का ध्यान रखेंगे तो जरूर परीक्षाओं के लिए अच्छी तैयारी कर सकते हैं।
टाइम टेबल और संतुलित आहार जरूरी
प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश महामंत्री सक्सेना ने बताया कि परीक्षाओं के समय छात्रों के लिए पढ़ाई करने का सबसे उत्तम समय ब्रम्हमुहूर्त का होता है। यानि सुबह सूर्योदय से पहले छात्र पढ़ाई शुरू करते हैं तो वह सबसे अच्छा होता है। क्योंकि सुबह के समय याद किया गया पाठ बहुत जल्दी याद होता है। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के समय छात्रों को संतुलित आहार लेना चाहिए। ज्यादा भोजन लेने पर नींद आती है और ऐसे में पढ़ाई बेहतर ढंग से नहीं हो पाती। यदि पेट खाली है अगर आपने भोजन नहीं किया है तो पाठ याद नहीं होता है। ऐसे में परीक्षाओं के समय छात्रों को संतुलित आहार लेना चाहिए।
परीक्षा के दिन इन बातों का रखें ख्याल
उन्होंने बताया कि परीक्षा के दिन छात्र पूरी तैयारी के साथ भयमुक्त होकर परीक्षा कक्ष में प्रवेश करें और बिना नर्वसता के साथ परीक्षा दें। परीक्षा का प्रश्नपत्र मिलते ही पहले प्रश्न से ही छात्र प्रश्नों को हल ना करें। सबसे पहले पूरे प्रश्नपत्र को सही ढंग से पढ़ लें। जिन प्रश्नों के उत्तर आपको सर्वाधिक याद हों और जो प्रश्न आपको भली भांति आते हों सबसे पहले छात्रों को वे ही प्रश्न हल करने चाहिए। इस दौरान छात्रों को एक बात विशेष रूप से ध्यान में रखना चाहिए कि प्रश्नों के उत्तर प्रश्न पत्र के क्रम में ही हल किए जाएं। छात्रों को उसी पेन या कलम से परीक्षाओं का अभ्यास करना चाहिए जिससे वह परीक्षा देने वाला हो। इस प्रक्रिया से परीक्षाओं में लेखन क्षमता बेहतर होती है।
परीक्षा देते समय विद्यार्थी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि परीक्षा प्रश्न पत्र को परीक्षा समय समाप्त होने से 15 मिनट पहले ही समाप्त कर लेना चाहिए। साथ ही हल किए गए प्रश्नों के उत्तरों को दोबारा अध्ययन कर जांच लें। परीक्षा की उत्तर पुस्तिका में विशेष बातें दर्शाने के लिए काले रंग के हेडिंग का प्रयोग करें व उनको रेखांकित भी कर दें। प्रश्न पत्र में पूछे गए प्रश्नों के अनुसार यदि आवश्यकता हो तो चित्रों व आंकड़ों को भी स्पष्ट रूप से दर्शा दें। प्रधानाचार्य मनोज सक्सेना के द्वारा दिए गए इन टिप्स को यदि परीक्षा देते समय छात्र याद रखें तो निश्चित रूप से परीक्षाओं में छात्र सफल होंगे।