लखीमपुर हिंसा: नए CCTV फुटेज से पता चला हिंसा वाले दिन घटनास्‍थल पर ही मौजूद था गृहराज्‍यमंत्री का बेटा आशीष

थार में आशीष के बैठे होने का दावा, दो दुकानों के डीवीआर जब्‍त करके जांच कर रही पुलिस, इसी वीडियो के आधार पर गिरफ़्तार किया गया है आशीष

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। लखमीपुर हिंसा मामले को लेकर जांच समिति एसआईटी के हाथ एक बड़ा सबूत लगा है जिसके सामने आने के बाद कई सवालों पर विराम लगने वाला है। दरअसल एसआईटी को मिले ताजा सीसीटीवी फुटेज में गृहराज्‍यमंत्री अजय मिश्र टेनी का बेटा साफतौर में गाड़ी में बैठता हुआ दिख रहा है। इसी आधार पर पुलिस ने आशीष मिश्रा को गिरफ़्तार किया था। पुलिस ने घटनास्‍थल के पास ही दो दुकानों से डीवीआर जब्‍त करके जांच शुरू कर दी है। वीडियो में साफ हो रहा है कि आशीष मिश्रा घटना वाले दिन घटनास्‍थल पर ही मौजूद था, उसने सफेद टीशर्ट पहनी हुयी है।

जिस थार जीप से किसानों को कुचला गया था, उसमें आरोपी आशीष की तरह सफेद शर्ट पहने हुए एक व्यक्ति बैठा दिख रहा है। हालांकि हिंसा के बाद दावा किया गया था कि थार जीप ड्राइवर हरिओम चला रहा था। वही सफेद रंग की शर्ट में था। बाद में उसकी किसानों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। लेकिन ड्राइवर हरिओम का शव पीले रंग की धारदार शर्ट में बरामद हुआ था।

लाइसेंसी रायफल पिस्‍टल किया जब्‍त

पुलिस ने एक लाइसेंसी राइफल और पिस्टल को भी जब्त किया है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। ये दोनों असलहे आशीष मिश्र के नाम हैं। एक मोबाइल भी जब्त किया गया है। आज (सोमवार) आशीष मिश्र के पुलिस कस्टडी पर सुनवाई शुरू हो गई है। पुलिस ने 14 दिन की रिमांड मांगी है।

9 अक्टूबर की देर रात आशीष को गिरफ्तारी के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। इस दौरान ही पुलिस ने आशीष से पूछताछ के लिए लखीमपुर खीरी के सेशन कोर्ट में तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड की अर्जी डाली थी।

आशीष की थार का 13 जुलाई 2018 से बीमा भी नहीं है। जिसके चलते मोटर व्हीकल एक्ट में भी कार्रवाई होगी। इसके चलते मृतक के क्लेम करने पर उन्हें ही मुआवजे की राशि भुगतान करनी होगी, यदि कोर्ट से पीड़ित पक्ष को मुआवजा देने के लिए मांग करेगा और कोर्ट उसके पक्ष में निर्णय देगी।