लखीमपुर हिंसा: मारे गए ब्राम्‍हण मृतकों के घर पहुंचे कानून मंत्री ब्रजेश पाठक, शोक जताया

ब्राम्‍हण लाबी भी हो रही लामबंद, माहौल को हिन्‍दू बनाम सिख बनाने की पूरी कोशिश

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। लखीमपुर हिंसा मामले में विपक्षी दलों के विरोध के बाद अब मामले का रूख दूसरी ओर मोड़ने के लिए भाजपा ने भी पासे फेंकने शुरू कर दिए हैं। आज बुधवार को प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए मृतक शुभम मिश्रा और हरिओम मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की। दरअसल इन ब्राम्‍हण मृतकों के यहां विपक्ष का कोई नेता शोक जताने नहीं पहुंचा था। इसी बात का फायदा भाजपा उठाना चाहती है, कानून मंत्री ने हरिओम मिश्रा और शुभम मिश्रा के परिजनों को न्‍याय दिलाने का वायदा किया है।

लखीमपुर हिंसा में मारे आठ लोगों में से चार किसानों की मौत पर विपक्षी दल शोक जताने पहुंचे थे। अब हिंसा में ब्राम्‍हणों की हत्‍या पर भी अलग से ब्राम्‍हण लाबी लामबंद हो रही है। पूरे तराई में ब्राम्‍हणों से लामबंदी का आवाह्न किया जा रहा है। ऐसे में भाजपा के मंत्री ने यहां पहुंचकर ब्राह्मणों के साथ खड़े होने का संदेश दिया है। इस लामबंदी का फायदा भाजपा लेना चाहती है। जिले के बुद्धि‍जीवियों का ये मानना है कि चुनावों के बेहद करीब होने के कारण लखीमपुर हिंसा के बहाने माहौल को हिन्‍दू बनाम सिख बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है।

हाल ही में भाजपा सांसद वरूण गांधी ने भी बयान जारी करके इस पर आशंका जतायी थी। वरूण गांधी ने कहा था कि लखीमपुर कांड के सहारे हिन्‍दू बनाम सिख की लड़ाई को भड़काने का काम किया जा रहा है।

हिंसा के बाद मृतक ब्राह्मणों के परिवार के साथ भेदभाव की बात उठी तो सबसे पहले पूर्वांचल के ब्राह्मणों के कानों तक पहुंची। इसके बाद से नेताओं के आने-जाने का सिलसिला लगातार जारी है। इससे यह भी अंदाज लग गया कि जिले के लोग इस हिंसा को केवल किसानों से जोड़कर नही देख रहे हैं बल्कि हर मरने वाले के प्रति उनकी सच्ची संवेदना है। माहौल को समझते ही बीजेपी ने ब्राह्मण पीड़ित परिवारों के जख्म पर मरहम लगाने के लिए मंत्री बृजेश पाठक को भेज दिया।