लाकडाउन का डर: पिछले साल अचानक लगे लाकडाउन का दंश झेल चुके प्रवासी श्रमिक अब पहले ही कर रहे घर वापसी

यूपी सरकार ने जारी कर दी गाइडलाइन

 | 

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। लाकडाउन की आशंका से घबराए प्रवासी मजदूरों ने अपने घरों को वापसी शुरू कर दी है। पिछले साल हुए अचानक लाकडाउन की वजह से बर्बादी का दंश झेल चुके प्रवासी मजदूर इस बार लाकडाउन से बेहद डरे हुए हैं। क्‍योंकि पिछले साल हुए अचानक लाकडाउन के कारण लाखों प्रवासी श्रमिकों की नौकरियां चली गयी। उन्‍हें अपने घर पहुंचने के लिए सैकड़ों किलोमीटर पैदल भी चलना पड़ा। पिछले साल की लाकडाउन त्रासदी में ही मुसीबतें झेलकर घर लौट रहे कई प्रवासी श्रमिकों की जानें भी चली गयीं थीं।

अब इस साल फिर से सरकार की धीमी गति से लग रही पाबंदियों को देखकर प्रवासी श्रमिकों में लाकडाउन का डर सताने लगा है। लाकडाउन लगने की आंशका से घबराए अन्‍य राज्‍यों में आजीविका चला रहे प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी का सिलसिला अब शुरू हो गया है। सबसे अधिक महाराष्‍ट्र, दिल्‍ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्‍थान गए श्रमिक रेल मार्ग से घर वापसी कर रहे हैं। इनमें सर्वाधिक यूपी और बिहार के प्रवासी श्रमिक शामिल हैं। पिछले कई दिनों से इन राज्‍यों से आने वाले ट्रेनों में भारी भीड़ देखी जा रही है।

रेलवे ने भी दावा किया है कि इन राज्‍यों से जितनी अधिक संख्‍या में यात्री वापस आ रहे हैं उतनी से आधी संख्‍या में भी इन राज्‍यों में लोग वापस नहीं जा रहे हैं। बड़ी संख्‍या में प्रवासी श्रमिकों की वापसी से सतर्क सरकार ने बाहर राज्‍यों से आने वाले प्रवासियों के लिए नई गाइडलाइन भी जारी कर दी है। गाइडलाइन के अनुसार जो व्‍यक्ति संक्रमित नहीं हैं उन्‍हें 14 दिनों तक होम क्‍वारंटीन किया जाएगा। वहीं बिना लक्षण वाले लोगों को भी 7 दिन होम क्‍वारंटीन में गुजारने होंगे। गाइडलाइन में साफ कहा गया है कि प्रवासी मजदूर के अपने जिले में पहुंचने पर जिला प्रशासन उसकी न सिर्फ स्‍क्रीनिंग करे बल्कि उसका नाम, पता और मोबाइल नंबर समेत अहम जानकारियों की लिस्‍ट भी तैयार करे।