सभी मान्‍यता प्राप्‍त स्‍कूलों की परीक्षाएं रद्द, 20 मई तक सभी स्‍कूल कालेज भी बंद रहेंगे

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण सरकार ने सभी स्‍कूलों की परीक्षाएं रद्द करने का ऐलान कर दिया है। शनिवार को सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि प्रदेश भर के सभी मान्‍यता प्राप्‍त स्‍कूलों की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। इसस पहले दो दिन पूर्व सरकार ने हाईस्‍कूल और इंटर समेत कालेजों और यूनिवर्सिटियों की परीक्षाओं को रद्द करते हुए उन्‍हें बंद करने का आदेश दिया था। सरकार की ओर से कहा गया है बोर्ड परीक्षाओं को बीस मई तक के लिए स्‍थगित कर दिया गया है। वहीं विश्‍वविद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षाओं को भी 15 मई तक के लिए रोकने का ऐलान कर दिया गया है। सरकार ने कहा कि मई के पहले सप्‍ताह में परीक्षाओं को लेकर नई घोषणा की जा सकती है। हालातों को देखने के बाद समीक्षा के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही राज्य में 15 मई तक 12वीं तक के स्कूल-कॉलेज बंद रखने का निर्णय भी किया गया है।

इससे पहले राज्य में पंचायत चुनाव के कारण परीक्षाएं टाली गईं थीं। इस बार 56 लाख से अधिक विद्यार्थी उत्तर प्रदेश की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में भाग लेने वाले हैं। उत्तर प्रदेश में परीक्षाएं टालीं जाने का निर्णय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार, 15 अप्रैल को हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। इससे पहले केंद्र सरकार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के बीच हुई उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई बोर्ड की 10वीं की परीक्षा रद्द करने और 12वीं की परीक्षा स्थगित करने का निर्णय किया था।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी। अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करने जा रहा उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सिर्फ देश का नहीं है। दुनिया का सबसे बड़ा शिक्षा बोर्ड है। यह साल इसका शताब्दी वर्ष भी है। यूपी बोर्ड के वर्तमान स्वरूप की बात करें तो जितने छात्र इस बार शैक्षणिक सत्र की बोर्ड परीक्षाओं में बैठने जा रहे हैं। उनकी संख्या विश्व के कई देशों की जनसंख्या से अधिक है। इस बार 56 लाख से अधिक विद्यार्थी उत्तर प्रदेश की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में भाग लेने वाले हैं।