शर्मनाक: मानवता को तार तार करने वाले जीवनरक्षक रेमेडिसिवर इंजेक्‍शन के कालाबाजारी दो डाक्‍टर समेत चार गिरफ़्तार

30 हजार रूपयों तक में बेचते थे 1300 रूपए का इंजेक्‍शन, दरोगा की संलिप्‍तता भी उजागर  

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पांच हजार रूपए की घूस लेकर आक्‍सीजन दिलाने वाले दरोगा का वीडियो भी वायरल

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। महामारी के बीच भी मानवता को ताक पर रखकर अब डाक्‍टरों ने ही जीवनरक्षक रेमेडिसिवर इंजंक्‍शन और आक्‍सीजन की कालाबाजारी शुरू कर दी है। आक्‍सीजन की इस कालाबाजारी में एक पुलिस के दरोगा की संलिप्‍तता का खुलासा हुआ है। राजधानी लखनऊ से पुलिस ने रेमेडिसिवर के 34 इंजेक्‍शनों के साथ दो डाक्‍टरों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये डाक्‍टर 1800 रूपए के इंजेक्‍शन को 20 से 30 हजार रूपयों में बेच रहे थे। गिरफ़्तार डाक्‍टरों के पास से लगभग पांच लाख रूपए कैश भी बरामद किया गया है।  इंजेक्‍शनों की सप्‍लाई के गिरोह के सरगना थापा नाम के व्‍यक्ति की पुलिस तलाश में जुट गयी है।

गिरफ़्तार किए कालाबाजारी और तस्‍करी के आरोपियों की पहचान उन्नाव निवासी विपिन कुमारठाकुरगंज निवासी डॉ. अतहर​​​​​गोंडा निवासी डॉ. सम्राट पांडेय और अमेठी निवासी तहजीब हसन के रूप में हुई है। आरोपी डा. अतहर MBBS चौथे सेमेस्टर का छात्र है। आरोपी डॉ. सम्राट 2016 में ऐरा में ओटी टेक्नीशियन था। वह पटना से मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। ACP चौक आईपी सिंह ने बताया कि फरार आरोपित थापा कानपुर निवासी है। वह 4 से 5 हजार में इंजेक्शन विपिन कोविपिन तहजीब को 5000 मेंतहजीब डा. अतहर को 7500 में और अतहर डा. सम्राट को 10 हजार में बेचता था। उसके बाद सम्राट जरूरतमंदों को 15 से 20 और 30 हजार रूपए तक में इंजेक्शन बेचता था।

दरोगा की हरकत भी कैमरे में कैद

दिल्ली के आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है। उनका दावा है कि वीडियो लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र का है। उन्होंने लिखा है कि 5000 लेकर देवा रोड के ऑक्सीजन प्लांट में रीफिलिंग करवाई जा रही है। चिनहट थाने के SI सुदर्शन सिंह लोगों से 5 हज़ार रुपए लेकर देवा रोड ऑक्सीजन प्लांट में रीफिल करवा रहे हैं, आम जनता सुबह 5 बजे से लाइन में लगी हुई है उनको गाली गालौज करके सुबह से खड़े किए हुए हैं, अपने व्यक्तिगत लोगों के सिलेंडर भरवा रहे हैं। ये बेशर्मी है।