आओ गणपति बप्‍पा हमारे घर पधारो: आज से घर घर विराजेंगे भगवान गणेश, सार्वजनिक पूजा पंडाल नहीं लगेंगे

सरकार की घरों में ही मूर्ति स्‍थापना व गणपति पूजन करने की अपील

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। आज शुक्रवार से गणेश चतुर्थी उत्‍सव की शुरूआत हो रही है। घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्‍थापना की जायेगी। अगले 10 दिनों तक गणपति पूजन होगा, हालांकि इस बार वृहद स्‍तर पर गणेश पूजन पंडाल नहीं लगेंगे। सरकार ने श्रद्धालुओं से घरों में ही मूर्ति स्‍थापित करके पूजन करने की अपील की है। दरअसल कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सार्वजनिक पूजा पंडाल लगाये जाने की अनुमति नहीं दी गयी है। इस बार राजधानी लखनऊ में भी वृहद स्‍तर पर गणेश पूजन कार्यक्रम संपन्‍न नहीं हो सकेंगे। कोविड नियमों के साथ कुछ स्‍थानों पर पूजन महोत्‍सव कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

धर्म शास्‍त्रानुसार भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न में हुआ था। इस वर्ष मध्याह्न पूजा का मुहूर्त प्रातः 10:48 से दोपहर 1:18 तक है। गणपति स्थापना इस बार चित्रा नक्षत्र व रवि योग में होगी। रवि योग के संजोग में भगवान गणेश का पूजन भक्तों को सुखसमृद्धि और सौभाग्य प्रदान करेगा। 19 सितंबर रविवार को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को गणेश महोत्सव का समापन होगा।

कमेटी के लोग करेंगे पूजन

श्री गणेश प्राकट्य कमेटी की ओर से आयोजित लखनऊ शहर का प्रमुख 16वां गणेश महोत्सव महानगर स्थित श्याम सत्संग भवन में होगा। कमेटी के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि इस बार सीमित दायरे में कार्यक्रम होगा। भगवान गणेश मॉस्क पहनकर भक्तों को जागरूक करेंगे। कार्यक्रम में कमेटी से जुड़े लोगों को ही प्रवेश मिलेगा। साढ़े तीन फीट की बप्पा की मूर्ति शुक्रवार को स्थापित की जाएगी।

शुभ संस्कार समिति की ओर से चौपटिया स्थित संकटा देवी मंदिर में 22 वां गणपति महोत्सव मनाया जाएगा। महामंत्री रिद्धि किशोर गौड़ ने बताया कि कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही भक्तों को प्रवेश मिलेगा। 10 सितंबर को भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की जाएगी। भगवान गणेश अपने पिता महादेव का पूजन कर कोरोना महामारी से मुक्ति की कामना करते नजर आएंगे।

श्री गणेश युवा मण्डल की ओर से यहियागंज में 10 दिवसीय गणेश महोत्सव का आयोजन हो रहा है। प्रतिदिन शाम सात बजे से नौ बजे तक कार्यक्रम आयोजित होगा। वैदिक ब्राह्मण भगवान गणेश को नियमित रूप से पूजन करेंगे।