सरकारी शराब की दुकान से खरीदें शराब तो देखें कहीं जहर तो नहीं ले रहे, अलीगढ़ में 11 की हुयी है मौत, ये है मामला

सरकारी देशी शराब की दुकान से खरीदी शराब से 11 की मौत 15 की हालत नाजुक

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सीएम योगी ने दिए एनएसए लगाने के निर्देश, संपत्ति भी जब्‍त होगी

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। अब सरकारी शराब की दुकान से खरीदकर शराब पीना भी खतरे से खाली नहीं है। यूपी में अब तक कई जिलों में जहरीली शराब से लोगों की मौतों के मामले सामने आ चुके हैं। अब अलीगढ़ जिले में 11 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गयी, अभी भी 15 से अधिक लोगों की हालत गंभीर बनी हुयी है। शराब सरकारी देशी शराब के ठेके से खरीदी गयी थी। डीआईजी दीपक कुमार ने इस घटना की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि लोधा और खैर इलाके के अंडला, करसुआ, हैवतपुर गांव के 8 लोगों की मौत हुई है। वहीं, एसडीएम काेल रंजीत सिंह ने बताया कि जवा था क्षेत्र के छेरत गांव के तीन लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है।

इन चार गांव के लोगों ने ठेके से गुरुवार शाम को शराब खरीदकर पी थी। इससे 11 लोगों की मौत रात में ही हो गई। हालांकि करसुआ के प्रधान रितेश उपाध्याय का दावा है कि शराब पीने के बाद 19 लोगों की मौत हुई है। उधर, CM योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी।

मौके पर पहुंचे डीएम, एसएसपी ,आला अफसर

ग्रामीणों का कहना है कि अंडला स्थित देसी शराब के ठेके से शराब खरीदकर कुछ लोगों ने पी। गौर करने वाली बात यह है कि यह ठेका थाने से महज 3 किमी की दूरी पर है। मामला सामने आने के बाद DM चंद्र भूषण सिंह, DIG दीपक कुमार और SSP कलानिधि नैथानी मौके पर पहुंचे। वहां गांव के लोगों से पूछताछ की। जिस ठेके से शराब खरीदकर पीने की बात सामने आ रही है उसे सील करा दिया गया है।

शुक्रवार सुबह पहले लोधा क्षेत्र में आठ लोगों की मौत की बात सामने आ रही थी। लेकिन इसके कुछ घंटों बाद जवा थाना क्षेत्र में भी 3 लोगों की शराब से मरने की खबर आ गई। प्रशासनिक अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। एसडीएम कोल रंजीत सिंह ने बताया कि छेरत गांव में तीन लोगों की मौत हुई है।

सीएम योगी ने एनएसए लगाने के निर्देष दिए

इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में आबकारी और गृह विभाग से रिपोर्ट तलब की है। CM योगी ने निर्देश दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। दोषियों पर NSA लगाया जाएगा। दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलामी होगी और उससे मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा।