BAREILLY: लॉकडाउन के चलते अकीदतमंद कुल शरीफ़ की रस्म घरों पर करें अदा, कोरोना से निजात की मांगे दुआं
बरेली: लॉकडाउन (Lockdown) के चलते प्रदेश सरकार ने किसी भी कार्यक्रम को सार्वजनिक स्थलों (Public places) पर मनाने से मना किया है। इसी के चलते इस बार कई त्यौहार घरों में मनाए गए हैं। सिविल लाइन स्थित मस्जिद नोमहला शरीफ़ में दरगाह नासिर मियाँ का सालाना उर्स हर साल बड़े जोरशोर के साथ मनाया जाता है। कोरोना संक्रमण (Corona infection) की गंभीरता को देखते हुए इस बार तीन रोजाए उर्स-ए-मुबारक घरों में मनाया जाएगा।
हर साल दूरदराज के अकीदतमंद भारी संख्या में यहां शामिल होते थे। इस बार दरगाह के सज्ज़ादानशीन हजरत ख्वाजा सुल्तान अहमद नासरी ने देश और आवाम की हिफाज़त (Protection of country and public) के मद्देनजर यह फैसला लिया है कि सभी मुरीद और अकीदतमंद कुल शरीफ़ की रस्म घरों पर ही अदा करें। उन्होंने लोगों से अपील की है इस बार 13, 14 व 15 को रमज़ान मुबारक शानो शौकत से नहीं मानाया जायेगा। बल्कि दरगाह पर सिर्फ फ़तेहख्वानी की रस्म अदा होगी। सभी अकीदतमंद घरों पर रहकर कुल शरीफ़ मनाए और कोरोना से निजात पाने के लिए दुआं करें। लंगर पर खर्च होने वाली रकम से जरूरतमन्दों को राशन या पका हुआ भोजन (Ration or cooked food) खिलाएं।
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