रुहेलखंड विश्वविद्यालय में तैयार हुआ उत्तर भारत का अत्याधुनिक एथलेटिक्स ट्रैक
बरेली: रुहेलखंड विश्वविद्यालय (Rohilkhand University) में सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक का काम पूरा हो चुका है। जल्द ही इस पर एथलेटिक्स दौड़ते नजर आएंगे। पिछले एक साल से इस सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक (Synthetic athletics track)का काम चल रहा था, जो अब खत्म हो चुका है।
इस सिंथेटिक ट्रैक को रुहेलखंड रीजन के खिलाड़ियों (Players) के लिए तैयार किया गया है। जिन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय (National and international) स्तर की प्रतियोगितओं के लिए तैयार किया जाएगा। यह सिंथेटिक ट्रैक 400 मीटर का है जिसे तैयार करने में लगभग 8 करोड रुपए खर्च किए गए। इस ट्रैक पर रबर की कोटिंग भी की गई है। ट्रैक पर पानी ना रुके इसके लिए ड्रेनेज सिस्टम (Drainage system) भी लगाया गया है। इस ट्रैक में हर 50 मीटर पर एक सेंसर (Sensor) होगा जो धावक की स्पीड और उसके स्टैमिना का परीक्षण करेगा। कीड़ा सचिव प्रो. एके जेटली ने कहा ट्रैक पर मार्किंग का काम अभी बाकी है। यह सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक उत्तर भारत के विकसित सिंथेटिक ट्रैकों में से एक होगा।
सिंथेटिक ट्रैक के चारों ओर बैरिकेडिंग (Barricading) है। इसमें तीन प्रवेश गेट होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अपने खिलाड़ियों की प्रैक्टिस के लिए कोई शुल्क नहीं रखा गया है। वहीं बाहरी खिलाड़ियों के लिए शुल्क तय किया जाएगा। जिसका निर्णय खेल विभाग और वित्त विभाग लेंगे।
विश्वविद्यालय करेगा नेशनल एथलेटिक्स की मेजवानी
इस एथलेटिक्स ट्रैक के तैयार होने से रुहेलखंड विश्वविद्यालय को नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं (Competitions) की मेजबानी भी मिल सकेगी। 2020 में होने वाले अंतर महाविद्यालय एथलेटिक्स प्रतियोगिता इसी ट्रैक पर होगी। क्रीड़ा सचिव प्रो. एके जेटली ने जानकारी दी सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक बनकर तैयार है। इसमें अभी मार्किंग का काम बाकी है। जो कुछ दिनों में पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही अगले 10 दिन में ट्रक को धावकों के लिए शुरु कर दिया जाएगा।