बरेली: पैगंबर की शान में गुस्ताखी करने वाले की गिरफ़्तारी को लेकर जुटी हजारों की भीड़, धरे रह गए कोरोना नियम
हजारों की भीड़ छोड़ जनता के होते रहे चालान
न्यूज टुडे नेटवर्क। इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ स्वामी यति नरसिंहानंद द्वारा की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। देश भर में स्वामी पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बरेली की सड़कों पर भी मुस्लिम समुदाय का हुजूम उमड़ पड़ा हुजूम में शामिल लोग स्वामी नरसिंहानंद सरस्वती की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे थे।
मुस्लिम धर्मगुरूओं के आवाह्न पर शहर के इस्लामियां इंटर कालेज ग्राउण्ड में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग आज शुक्रवार को जुटे थे। यहां मौलानाओं ने कहा कि इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गयी टिप्पणी बेहद अभद्र और आपत्तिजनक है । वहां मौजूद लोगों ने टिप्पणी करने वाले महंत की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन और जुलूस निकालने की सूचना पर मौके पर जिले के आला अफसर पहुंच गए। सिटी मजिस्ट्रेट और एडीएम सिटी के साथ एसपी सिटी और सीओ भारी पुलिस बल के साथ वहां डटे रहे। अफसरों ने वहां मौजूद लोगों को समझाने का प्रयास करते हुए वहीं ज्ञापन लेने की बात कही और लौट जाने को कहा। लेकिन लोग डीएम को ज्ञापन देने की बात पर ही अड़े रहे। यहां भीड़ की शक्ल में जुलूस कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ा तो अफसरों के भी हाथ पांव फूल गए।
भीड़ के विशाल समूह को देखते हुए अफसरों ने भी इन्हें रोकने की कोशिश नहीं की। जनसमूह कलेक्ट्रेट पहुंचा तो डीएम कार्यालय के बाहर भारी फोर्स तैनात कर कार्यालय को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। भीड़ कलेक्ट्रेट गेट पर ही नारेबाजी करते हुए टिप्पणी करने वाले स्वामी की गिरफ़्तारी की मांग करने लगी। कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे वरिष्ठ आला अफसरों ने ज्ञापन लेकर समझा बुझाकर वहां मौजूद लोगों को वापस भेजा।
धरे रह गए कोरोना नियम
शुक्रवार को हजारों की भीड़ जब इस्लामियां इंटर कालेज मैदान पर जमा हुयी तो सारे कोरोना प्रोटोकाल धरे के धरे रह गए। पुलिस किसी भी कोरोना प्रोटोकाल का कोई पालन नहीं करा सकी। भीड़ में मौजूद अधिकतर लोग मास्क ही नहीं लगाए हुए थे। जबकि मास्क ना लगाने पर पुलिस पूरे दिन शहर भर में चालान करती रही। लेकिन धरना स्थल बिना मास्क लगाए लोगों पर कार्रवाई तो छोड़ो किसी से भी पुलिस ने मास्क नहीं लगाने का कोई कारण नहीं पूछा। सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की जमकर धज्जियां उड़ायीं जाती रहीं और प्रशासन और पुलिस मूक दर्शक बना सारा तमाशा देखता रहा।
आम जनता पर होती रही सख्ती
कोरोना नियमों को लेकर आम जनता पर खूब सख्ती बरती गयी। विभिन्न प्रमुख चौराहों पर बैरियर लगाकर पुलिस ने मास्क ना लगाने वालों के चालान काटकर खूब जुर्माना वसूला। चेकिंग प्वाइंट पर मास्क ही नहीं बिना हेलमेट आदि लगाए लोगों के भी खूब चालान काटे गए। पुलिस की इस कार्यप्रणाली को लेकर आमजनों में गुस्सा भी देखा गया।