बदायूं: मेडिकल कालेज में अव्‍यवस्‍थाओं का अंबार, खुले में पड़ीं पीपीई किटें, प्रभारी मंत्री ने की थी तारीफ

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बदायूं में मेडिकल कालेज के कोरोना काल में हाल बेहाल हैं। दो दिन पूर्व ही बदायूं के मेडिकल कालेज की व्‍यवस्‍थाओं की प्रभारी मंत्री ने निरीक्षण के दौरान तारीफ की थी। मुआयना निपटने के बाद अब मेडिकल कालेज में अव्‍यवस्‍थाएं हावी हैं। मंत्री के दौरे के दो दिन बाद ही मेडिकल कालेज में बदहाली की तस्‍वीर सामने आयी है। मेडिकल कालेज में जगह जगह पीपीई किटें खुले में ही पड़ी हैं और आवारा कुत्‍ते मरीजों के वार्डों तक में घूम रहे हैं।

प्रभारी मंत्री के लखनऊ लौटने के दो दिन बाद जब मेडिकल कॉलेज का रियलिटी चेक किया गया तो हकीकत खुल कर सामने आ गयी। दरअसल, राजकीय मेडिकल कॉलेज को कोरोनाकाल में एल 2 हॉस्पिटल बनाया गया था। जिसमे 300 बेड थे लेकिन कोविड मरीजों के लिए 200 बेड ही तैयार हो पाया था। बहरहाल, इन सबके बीच जब मेडिकल कॉलेज का रियलिटी चेक किया गया तो हाल बदहाल मिला। वार्ड में जहां तहां कुत्ते घूमते मिले तो जगह जगह पीपीई किट पड़ी हुई मिली।

बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज के एक वार्ड में बेड पर मरीज तो है लेकिन उसके ठीक ऊपर फाल्स सीलिंग लटकी हुई है। ऐसे में मरीज की जान अटकी हुई लग रही है। यही नहीं तीमारदार को अंदर जाने के लिए जहां अनुमति की आवश्यकता है तो रात में मेडिकल स्टाफ वार्ड से नदारद हो जाता है। अस्पताल में जगह जगह गंदगी से भी संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा है। बहरहाल, जिम्मेदार इस पर अपनी आंखे बंद किये हुए हैं।

आपको यह भी बता दे कि कुछ दिन पहले मेडिकल कॉलेज का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमे दोपहर का खाना 4 बजे और रात का खाना 12 बजे मिलने का मामला सामने आया था। यही नहीं बदायूं के शेखुपुर विधायक धर्मेन्द्र शाक्य ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था कि मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाएं चौपट है। जिसके कारण मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरपी सिंह को भी हटाया गया था।