बदायूं: तस्‍कर को अफीम समेत पकड़ा फिर 90 हजार में मामला सैट करके छोड़ दिया, अब चार पुलिस वाले फरार

जानिए क्‍या है तस्‍कर पुलिस डील का पूरा सच, पुलिस का ये है कारनामा

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। गिरफ़्तार अफीम तस्‍करों से घूस लेकर उन्‍हें छोड़ना यूपी पुलिस के जवानों को भारी पड़ गया। पुलिस और तस्‍कर डील का भंडाफोड़ होने के बाद मामले में शामिल चार सिपाही थाना छोड़ फरार हो गए हैं। पुलिस महकमे को शर्मसार करने वाला यह मामला यूपी के बदायूं जिले का है। यहां पुलिस ने बीती 16 मई को अफीम तस्‍कर को गिरफ़्तार किया था लेकिन पुलिस के चार सिपाहियों ने तस्‍कर को जेल भेजने के बजाय उससे डीलिंग शुरू कर दी। अफीम तस्‍कर को छोड़ने के लिए पुलिस वालों ने एक लाख रूपए की डिमांड की बाद में 90 हजार में सौदा तय हो गया। खुलासा हुआ कि चारों सिपाहियों ने घूस की रकम वसूलकर तस्‍कर को सकुशल छोड़ दिया।

उधर मामले का भंडाफोड़ होने पर बदायूं पुलिस की किरकिरी होने लगी। सोशल मीडिया पर इस मामले को वायरल कर दिया गया। जिसके बाद एसपी सिटी ने पूरे मामले की गोपनीय जांच करायी। जांच में सब कुछ साफ हो गया कि चार सिपाहियों ने घूस लेकर अफीम तस्‍कर को जाने दिया है। गौरतलब है कि बदायूं के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में 16 मई को शेखूपुर चौकी इंचार्ज आकाश कुमार, सिपाही अंकुश कसाना, निशांत मान सहित एक अन्य सिपाही ने नवादा चौकी क्षेत्र के कुंवरगांव रोड पर 500 ग्राम अफीम के साथ 3 तस्करों को पकड़ा था। जिसके बाद इन सभी ने तस्करों से 90 हजार रुपये लेकर उन्हें छोड़ दिया। एसपी सिटी की जांच में चौकी इंचार्ज शेखूपुर सहित चारों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए।

16 मई को पुलिसकर्मियों द्वारा किए गए इस कारमाने के बाद जब बदायूं पुलिस की बदनामी होने लगी तो जांच के बाद अब सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सीओ सिटी इंद्रपाल सिंह ने मुकदमा दर्ज करवाया है। जिसके बाद से पुलिस अब अपने ही फरार दागी साथियों की तलाश कर रही है।

चार दागी पुलिस वाले फरार

चारों फरार पुलिस कर्मियों चौकी इंचार्ज शेखूपुर आकाश कुमार, सिपाही अंकुश कसाना, निशांत मान और एक अन्य सिपाही के खिलाफ सीओ सिटी इंद्रपाल सिंह ने सिविल लाइन थाना क्षेत्र में धारा 342, 384 और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया है।