प्रेम विवाह से खफा मायके वालों ने बेटी पर बरपाया कहर, लाठी डंडों सरियों से पीटकर हाथ पैर तोड़े

मुरादाबाद का मामला, लहूलुहान ससुराल के गेट पर फेंक गए, ससुराल वाले अस्‍पताल लेकर गए  

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। बेटी के प्रेम विवाह से खफा मायके वाले ही बेटी की जान के दुश्‍मन बन गए। शादी के बाद बेटी गांव लौटी तो मायके वालों ने बेटी को जमकर मारा पीटा और उसके हाथ और पैर तोड़ दिए। बेटी पर लाठी डंडों से कहर बरपाया गया। घटना दिन दहाड़े होने से गांव में हड़कंप मच गया। मायके वाले बेटी के साथ मारपीट कर उसे घायलावस्‍था में ससुराल के बाहर छोड़ गए।

ससुराल वाले घायल को सीएचसी ले कर पहुंचे। गंभीर स्थिति के चलते उसे वहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल से घटना की जानकारी ली। ससुर की तहरीर पर उसके पिता व भाई समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मामला मूंढापांडे थानाक्षेत्र के गांव गणेश घाट का है। यहां रहने वाले खेमपाल की पुत्री 27 वर्षीया अर्चना इंटर तक पढ़ी है। उसका पिछले चार साल से गांव में ही रहने वाले अपनी बिरादरी के सुनील पुत्र ओमप्रकाश के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों साथ जीने-मरने की कसमें भी खा चुके थे। कुछ दिनों तक तो वे चुपके-चुपके मिलते रहे। लेकिन, फिर पूरे गांव में उनके प्रेम के चर्चे होने लगे।

इस पर परिजनों ने बेटी पर पाबंदी लगा दी। इसके बाद भी दोनों का मिलना-जुलना जारी रहा। उन्होंने सुनील के परिजनों से भी इसकी शिकायत करते हुए उसे समझाने की बात कही। उधर बदनामी से बचने के लिए परिजनों ने उसकी शादी करने का निर्णय लिया। उसके लिए वर की तलाश की जाने लगी। इसकी जानकारी मिलते ही अर्चना ने बगावत कर दी। वह हर हाल में अपने सुनील से ही विवाह करना चाहती थी। उधर उसके परिजन इसके लिए जरा भी तैयार नहीं थे। गांव में विवाद न हो, इसके लिए सुनील को उसके परिजनों ने मौसी के घर काशीपुर भेज दिया। वह वहां रह कर मजदूरी करने लगा।

युवती के अनुसार उसे परिजनों के इरादे की भनक लगी तो वह प्रेमी के पास काशीपुर पहुंच गई और शादी के लिए दबाव बनाया। 15 मार्च को दोनों ने रामपुर के आंबेडकर पार्क में शादी की। उसके बाद 20 मार्च को बाकायदा कोर्ट मैरिज भी कर ली। इसके बाद दोनों काशीपुर में रहने लगे। उधर बेटी के प्रेम विवाह से उसके परिजनों काफी खफा थे और मौके की तलाश में थे। तीन दिन पूर्व वह पति के साथ गांव आई थी।

यह देख उसके मायके वालों का खून खौल उठा। बीते दिन पूर्वाह्न 11 बजे अर्चना और उसकी सास प्रभा घर में थीं। आरोप है कि तभी उसके पिता खेमपाल, भाई सोनू, चचेरा भाई राजकुमार, तहेरे भाई संजय और प्रदीप वहां आ पहुंचे। लाठी-डंडों से लैस इन लोगों ने उसे जबरन बाहर खींच लिया। सास ने बचाने का प्रयास किया तो उन्हें धक्का देकर गिरा दिया। आरोपी उसे खींचकर अपने घर ले गए।

घायलावस्‍था में ससुराल के गेट पर फेंका

वहां लाठी-डंडों और सरियों से इतना पीटा कि हाथ-पैर ही तोड़ दिए। उसके बाद लहूलुहान हालत में ससुराल के दरवाजे पर फेंक कर चले गए। यह देख ससुराल वालों के होश उड़ गए। वे उसे लेकर तत्काल सीएचसी पहुंचे और उपचार कराया। दिनदहाड़े हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई और पीड़िता से जानकारी ली। हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल भेज दिया, जहां उसकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।