आज ही के दिन शेक्सपियर जैसे महान लेखकों ने छोड़ दी थी दुनियां इसीलिए मनाया जाता है वर्ल्ड बुक डे, जानिए आज बर्थ डे किसका है ?

आज के डिजिटलीकरण के दौर में भी बरकरार है किताबों का क्रेज
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book day

न्यूज टुडे नेटवर्क। आज डिजिटल युग के दौर में भी किताबों का अपना अलग ही महत्व है। किताबें ज्ञान का भंडार होती हैं और पढ़ने लिखने की शुरुआत भी किताबों से ही होती है, इसीलिए आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी के दौर में भी दुनियां भर में आज भी किताबों से प्यार करने वाले लोगों का इससे जुड़ाव कम नहीं हो सका है। इसीलिए आज भी दुनियां भर में वर्ल्ड बुक डे पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। देश दुनियां के कई नामीगिरामी लेखकों और साहित्यकारों का आज के दिन निधन होने और कई प्रिसिद्ध लेखकों का जन्मदिन होने के कारण यह वर्ल्ड बुक डे मनाया जाता है। आपको बता दें कि आज ही 23 अप्रैल के दिन शेक्सपियर जैसे लेखकों का निधन हो गया था।

जी हां हम बात कर रहे हैं विश्व पुस्तक दिवस वर्ल्ड बुक डे की। दरअसल आज 23 अप्रैल को दुनियां भर में वर्ल्ड बुक डे मनाया जा रहा है। दुनियां भर में किताबों को पढ़ने के शौकीनों, पब्लिशिंग हाउसेस और किताबों के विक्रेताओं के लिए ये दिन खास होता है। दरअसल डिजिटलीकरण के दौर में हर हाथ में स्मार्टफोन, टेबलेट और लैपटाप है और देष दुनियां से जुड़ी सभी छोटी बड़ी जानकारी भी इंटरनेट पर मौजूद है। ऐसे में किताबों की रोजमर्रा के इस्तेमाल की जरूरतों में कमी महसूस की जा रही है। फिर भी पढ़ने लिखने के लिए आज भी किताबों की महत्वता बरकरार है।

आज विश्व पुस्तक दिवस (World Book Day 2022) है. किताबों के महत्व को दुनियाभर में बताने के लिए हर साल 23 अप्रैल को 'विश्व पुस्तक दिवस' मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की मुख्य वजह किताबों को पढ़ना, उनके प्रकाशन और प्रकाशन से संबंधित जानकारी हासिल करना है. साथ ही किताबों को पढ़ने के लिए आने वाले पीढ़ियों को जागरूक करना है

इसलिए मनाते हैं पुस्तक दिवस

किताबें पढ़ने के शौकीन आज यानी 23 अप्रैल को वर्ल्ड बुक डे बड़े ही अच्छे तरीके से मनाते हैं. बता दें, इस दिन कई सारे फेमस लेखक पैदा हुए थें. साथ ही कई लोगों की मृत्यु भी हुई थी. बता दें, 23 अप्रैल को विलियम शेक्सपियर, मिगुएल डे सर्वेंट्स का निधन हुआ था. वहीं, मैनुएल मेजिया वल्लेजो और मौरिस ड्रून इस दिन पैदा हुए थें

अलग-अलग तरीके से करते हैं सेलिब्रेट

दुनिया में अधिकतर लोग किताब पढ़ने के शौकीन है. कुछ लोग किताब पढ़े बिना सोते तक नहीं है. दुनियाभर अलग-अलग देश वर्ल्ड बुक डे अलग-अलग तरीके से मनाते हैं. कहीं पर लोग फ्री में किताबें बांटते हैं, तो कहीं किताबों की सेल लगाई जाती है. वहीं, कई जहगों पर प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती है

जिंदगी का अहम हिस्सा है किताबें

किताबों के बिना हमारा जीवन अधूरा है. अगर कोई ये मानता है या सोचता है कि बिना किताब पढ़े ही सब कुछ कर लेगें, तो ऐसा नहीं है. अगर हमारे पास किताब नहीं होती, तो शायद आज हमारे कई सारे काम रूक जाते. पढ़ाई, खेल, मनोरंजन और अनुभव सब कुछ हमें किताब पढ़ने से ही मिलता है. हमारे देश में तो लोग किताबों की पूजा करते हैं. ऐसे में हम सभी को किताब जरूर पढ़ना चाहिए. साथ ही आने वाले पीढ़ी को इसके लिए जागरूक भी करना चाहिए

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