हद है ये कैसा ट्रैफिक कंट्रोल: कार में बैठे सीए को क्रेन से खींच ले गई मेरठ ट्रैफिक पुलिस, जानिए क्या है पूरा मामला, देखें यह खबर…

न्यूज टुडे नेटवर्क। सरकार चाहे पुलिस महकमे की छवि कितना पाक साफ बनाने की कोशिश करे लेकिन चंद नुमाइंदों की गलती से पूरे पुलिस महकमे पर अमानवीयता के आरोप लगते ही रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ का है बीमार पत्नी को डाक्टर के पास लेकर आए एक सीए की कार कुछ देर
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हद है ये कैसा ट्रैफिक कंट्रोल:  कार में बैठे सीए को क्रेन से खींच ले गई मेरठ ट्रैफिक पुलिस, जानिए क्या है पूरा मामला, देखें यह खबर…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। सरकार चाहे पुलिस महकमे की छवि कितना पाक साफ बनाने की कोशिश करे लेकिन चंद नुमाइंदों की गलती से पूरे पुलिस महकमे पर अमानवीयता के आरोप लगते ही रहे हैं।

ताजा मामला उत्‍तर प्रदेश के मेरठ का है बीमार पत्‍नी को डाक्‍टर के पास लेकर आए एक सीए की कार कुछ देर के लिए नो पार्किंग में क्‍या रूकी कार में बैठे सीए को ट्रैफिक पुलिस ने क्रेन से उठा लिया। अपने साथ अचानक हुए हादसे जैसे व्‍यवहार से सीए थोड़ा घबराए और चिल्‍लाकर यातायात कर्मियों को ऐसा ना करने को कहा। लेकिन यातायात पुलिस के कर्मी अपनी रौ में अपना काम करते रहे।

मेरठ जिले में हर रोज जाम से जूझ रही ट्रैफिक पुलिस की ज्यादती सामने आई है। बीमार पत्नी को दिखाने आए चार्टड अकाउंटेंट की कार को नो पार्किंग में खड़ा होने पर ट्रैफिक पुलिस की क्रेन ने उठा लिया। उस वक्त कार में सीए भी बैठे थे। वह चीखते-चिल्लाते रहे, पर किसी ने एक नहीं सुनी। क्रेन एक किमी से ज्यादा कार खींचते हुए उसे पुलिस लाइन तक ले गई।

चाणक्यपुरी निवासी विक्रांत त्यागी बसपा नेता और चार्टड अकाउंटेंट हैं। वह रेलवे, गेल, बीएसएनएल सहित कई कंपनियों में कॉन्ट्रेक्टर भी हैं। विक्रांत के अनुसार पत्नी नेहा त्यागी बीमार हैं। उनका ऑपरेशन होना है। बुधवार को वह कचहरी पुल स्थित डॉ. कानन त्यागी के यहां पत्नी को दिखाने लाए।

डॉक्टर की सलाह पर कुछ जांच कराने के लिए बच्चा पार्क स्थित लैब पर आ गए। उन्होंने कार मेट्रो हॉस्पिटल के सामने खड़ी कर दी। विक्रांत के अनुसार इतने में ट्रैफिक पुलिस की क्रेन आई और नो पार्किंग में बताकर उनकी कार उठा ली।

विक्रांत ने शोर भी मचाया लेकिन एक नहीं सुनी। क्रेन कार को उठाकर पुलिस लाइन ले आई। इस बीच विक्रांत ने मोबाइल से पूरे घटनाक्रम की वीडियो बना ली। पुलिस लाइन आकर उन्होंने हंगामा कर दिया। मौके पर ट्रैफिक इंस्पेक्टर आ गए। उन्होंने समझा-बुझाकर मामला शांत किया और बिना चालान काटे विक्रांत को भेज दिया। शाम को सोशल मीडिया में जब यह वीडियो वायरल हुई तो मामला सामने आया।