रामनगर- उत्तराखंड के जंगलो की आग देखकर यहां भी जारी हुआ अलर्ट, कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

उत्तराखंड में जंगल की आग दिनों-दिन भीषण होती जा रही है। जिससे जंगलात के साथ ही वन्यजीवों को भी खासा नुकसान पहुंच रहा है। बीते एक सप्ताह में कई सौ एकड़ जगल जलकर राख हो गए। निरंतर भयानक हो रही आग की घटनाओं को देखते हुए कार्बेट टाइगर रिजर्व भी अलर्ट मोड में है। इस
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रामनगर- उत्तराखंड के जंगलो की आग देखकर यहां भी जारी हुआ अलर्ट, कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

उत्‍तराखंड में जंगल की आग दिनों-दिन भीषण होती जा रही है। जिससे जंगलात के साथ ही वन्‍यजीवों को भी खासा नुकसान पहुंच रहा है। बीते एक सप्‍ताह में कई सौ एकड़ जगल जलकर राख हो गए। निरंतर भयानक हो रही आग की घटनाओं को देखते हुए कार्बेट टाइगर रिजर्व भी अलर्ट मोड में है। इस माह कर्मचारियों द्वारा मांगे गए अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। विशेष परिस्थिति में ही कर्मचारियों को अवकाश दिया जाएगा। जंगल में अत्याधुनिक ई सर्विलांस कैमरे व ड्रोन से निगरानी की जा रही है। कर्मचारियों को भी आग की घटनाओं पर अलर्ट रहने को कहा गया है।

ढाई सौ फायर वाचर तैनात

बता दें कि कार्बेट टाइगर रिजर्व की अधिकांश सीमा आबादी क्षेत्रों से भी लगी हुई है। जो कि काफी संवेदनशील है। पूरे कार्बेट में करीब ढाई सौ फायर वाचर तीन माह के लिए अतिरिक्त रखे गए हैं। वन कर्मियों को वायरलैस सेट के साथ ही आग बुझाने के उपकरण भी दिए गए हैं। इसके अलावा विभागीय अधिकारी भी रोजाना की प्रत्येक रेंजों की रिपोर्ट ले रहे हैं। कार्बेट में ऊंचे टावरों में लगाए गए 12 ई सर्विलांस कैमरे से दिन रात निगरानी हो रही है। यह कैमरे काफी लंबी दूरी तक नजर रख सकते हैं। रामनगर कार्यालय से कैमरों की मानिटरिंग हो रही है। ऊंचे क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाकर निगरानी की जाएगी। फिलहाल अभी कोई आग की घटना सामने नहीं आई है।

रामनगर- उत्तराखंड के जंगलो की आग देखकर यहां भी जारी हुआ अलर्ट, कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

अग्नी से निपटने की तैयारी

वनाग्रि की घटनाओं से बचाव के लिए 75 क्रू सेंटर बनाए गए हैं। ढाई सौ से अधिक फायर वाचर अलग से तैनात किए गए हैं। एक क्रू सेंटर में दस से 12 लोगों का स्टाफ है। एक वन रक्षक, तीन वन दरोगा, चार बीट व चार फायर वाचरों को वनाग्रि पर नजर रखने को तैनात किया गया है। सीटीआर निदेशक राहुल ने बताया कि आग के खतरे के मद्देनजर सीटीआर में कर्मचारियों को अवकाश नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारी अपने क्षेत्रों में 24 घंटे अलर्ट मोड में है। पेट्रोलिंग के अलावा ई सर्विलांस कैमरों से भी निगरानी हो रही है।