रुद्रपुर: एक गांव में लगातार हो रहीं थीं मौतें, स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर

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रुद्रपुर।  निकटवर्ती ग्राम लंबाखेड़ा में 25 दिन में 11 ग्रामीणों की एक के बाद एक मौत हो गई। ग्रामीणों ने बिना कोरोना जांच कराए ही शवों का अंतिम संस्कार भी कर दिया। इसकी भनक लगने के बाद प्रशासन हरकत में आया। अफसरों ने गांव  का दौरा करके कोरोना की जांच कराने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में लोगों का कोरोना टेस्ट करने पहुंची।

गदरपुर से गत दिवस स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करने पहुंची तो ग्रामीणों ने जांच कराने से मना कर दिया। शाम को आनन-फानन में गांव पहुंची अफसरों की टीम ने ग्राम प्रधान से जानकारी ली। साथ ही ग्रामीणों की कोरोना जांच कराने की काउंसलिग की। इस पर ग्रामीण जांच कराने को राजी हो गए।

यहां बता दें कि काशीपुर रोड स्थित ग्राम लंबाखेड़ा की आबादी तकरीबन पांच हजार है। करीब 25 दिन में दो महिलाओं सहित 11 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। इनमें दो तीन लोगों की उम्र करीब 40 और बाकी की उम्र 50 वर्ष से अधिक बताई जा रही है।

 
एक के बाद एक मौत होने से ग्रामीणों में खलबली मच गई। मौत के बाद किसी ने कोरोना जांच कराने के बजाय शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। ग्राम प्रधान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर ग्रामीणों की कोरोना जांच कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम साथ ले आए। सोमवार को टीम जांच करने पहुंची तो ग्रामीणों ने जांच कराने से मना कर दिया।

 सूचना पर संयुक्त मजिस्ट्रेट विशाल मिश्रा व सीओ अमित कुमार, कोतवाल विजेंद्र शाह शाम को ही गांव पहुंच गए।
उन्होंने ग्रामीणों से कितने लोगों की मौत व इसकी वजह पूछताछ की। बताया गया कि गांव में 25 दिन में 11 लोगों की मौत हो चुकी है।  इस पर पुलिस टीम ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उनसे पूछताछ की। बाद में गांव पहुंची टीम ने ग्रामीणों की कोरोना टेस्ट कराने के लिए काउंसलिग की।
सीओ सिटी अमित कुमार ने बताया कि गांव में दो से तीन सप्ताह में कई लोगों की मौत हो की थी। इस पर टीम ने गांव पहुंचकर लोगों की काउंसलिग कर जांच कराने के लिए प्रेरित किया।


सीएमओ डा. डीएस पंचपाल ने बताया कि गांव में कुछ दिनों में कुछ लोगों की मौत की सूचना मिली है। आज स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में लोगों का परीक्षण करने गई है। मौतों का कारण स्पष्ट नहीं है।