देहरादून- पत्रकारों और सरकार के बीच तालमेल बनाने के कार्य में लगे थे मानसेरा, अब मिला सम्मान

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देहरादून- जानकारी के मुताबिक दिनेश मानसेरा को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने करीब डेढ़ महीने पहले ही अपनी टीम का हिस्सा बना लिया था, सूचना विभाग की कार्यशैली में बदलाव, सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान का आना उसके बाद मुख्यमंत्री और पत्रकारों के बीच तालमेल को वरीयता देना उसी बदलाव की झलक रही है। कोविड वैक्सीन का पत्रकारों को भी लगाना जैसे विषय तय करने में साथ ही कोविड प्रभावित पत्रकारों से सूचना महानिदेशक की दूरभाष पर बातचीत के सुझाव को भी मीडिया परिवार ने सराहा।

अब सवाल उठता है कि दिनेश मानसेरा की एंट्री तीरथ सिंह रावत की किचन कैबिनेट में कैसे हुई। इसके कई पहलू है एक तो ये की तीरथ सिंह रावत मानसेरा  को व्यक्तिगत रूप से पिछले 25 सालों से जानते थे जब वे बीजेपी के कुमाऊं क्षेत्र के मीडिया प्रभारी थे।  दूसरा संघ परिवार के दरवाजे से उनकी एंट्री हुई, खबर ये भी थी कि मानसेरा की एंट्री त्रिवेन्द्र सरकार के समय ही होजानी चाहिए थी,परंतु ओस दौरान दिल्ली हाई कमान से अचानक रमेश भट्ट की एंट्री हो गयी और मानसेरा का  नाम एक किनारे रख दिया गया। मानसेरा बेशक एनडीटीवी में अपना कैरियर संभाले हुए थे लेकिन अपनी विचारधारा को अपने प्रोफेशन में कभी हावी नही होने दिया। वे खबर को खबर की तरह देखते रहे और यही वजह थी कि उन्होंने पत्रकारिता में अपना नाम और साख को बनाये रखा।वो स्वतंत्र रूप से राष्ट्रवादी लेखन भी करते रहे, पांचजन्य और अन्य पत्रों में वो बेबाक लिखते रहे साथ ही सोशल मीडिया में सहीं को सही गलत को गलत कहने में हमेशा आगे रहे ।