देहरादून- लॉकडाउन में दादी की मौत का बनाया फर्जी पास, फिर लाखों की स्मैक लेकर इस राज्य से पहुंचे उत्तराखंड

देहरादून- लॉकडाउन के बीच कई लोगों को अपने घर जाने की मजबूरी है। इसी का फायदा स्मैक तस्करों ने उठाया। लॉकडाउन में फर्जी पास बनाने का मामला सामने आया। यह पास घर जाने के लिए बल्कि स्मैक तस्करी के लिए इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने इस मामले में बरेली के दो स्मैक तस्करों को गिरफ्तार
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देहरादून- लॉकडाउन में दादी की मौत का बनाया फर्जी पास, फिर लाखों की स्मैक लेकर इस राज्य से पहुंचे उत्तराखंड

देहरादून- लॉकडाउन के बीच कई लोगों को अपने घर जाने की मजबूरी है। इसी का फायदा स्मैक तस्करों ने उठाया। लॉकडाउन में फर्जी पास बनाने का मामला सामने आया। यह पास घर जाने के लिए बल्कि स्मैक तस्करी के लिए इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने इस मामले में बरेली के दो स्मैक तस्करों को गिरफ्तार किया। जिनके पास से छह लाख की स्मैक बरामद हुई।

देहरादून- लॉकडाउन में दादी की मौत का बनाया फर्जी पास, फिर लाखों की स्मैक लेकर इस राज्य से पहुंचे उत्तराखंड

पुलिस अधीक्षक नगर स्वेता चौबे ने बताया कि लॉकडाउन के  बीच पुलिस को बरेली से स्मैक की तस्करी की जानकारी हुई थी। पुलिस टीम ने मातावाला बाग के पास  एक संदिग्ध कार को रोका गया। इस बीच पुलिस को देखकर चालक ने चकमा देकर भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया। इस दौरान पुलिस ने कार सवार शकील निवासी ब्राह्मण वाला और मोहम्मद  लुकमान निवासी शकुंतला एन्कलेव की तलाशी ली गई तो उनके पास से 120 ग्राम  स्मैक और इलेक्ट्रॉनिक तराजू बरामद हुआ।

पूछताछ में जो सामने आया उससे पुलिस के होश उड़ गये। तस्कर फर्जी पास से देहरादून में बरेली से स्मैक बेचने आये थे। आरोपी शकील ने साजिश के तहत अपनी दादी की बरेली में मौत की फर्जी कहानी बनाकर एसडीएम सदर के  यहां से 18 और 19 मई का पास बनवाया था। दोनों आरोपी 19 मई की शाम को बरेली  से स्मैक लेकर दून आए थे।लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। जबकि उसकी दादी की कई साल पहले ही मौत हो चुकी है।