देहरादून- कोविड से लड़ाई को सीएम तीरथ का प्लान, मंत्रियों ने भी संभाले मोर्चे

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उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण बिगड़ते हालात को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी मंत्रियों को मोर्चे पर तैनात कर दिया है। कोविड की रोकथाम के प्रबंधन एवं अनुश्रवण के लिए मंत्रियों को जिलेवार जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा है कि वे अपने-अपने जिलों की जिम्मेदारी लेते हुए संबंधित जिलाधिकारियों से सरकार की तरफ से समन्वय बनाएं और कोविड की रोकथाम को हरसंभव कदम उठाएं।

कोरोना की दूसरी लहर की बढ़ती रफ्तार ने सरकार की चिंता और चुनौती, दोनों ही बढ़ा दी हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत खुद इसकी रोकथाम के लिए मुस्तैदी से डटे हैं। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में सख्त कदम उठाए गए हैं तो विभागीय सचिवों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। इस कड़ी में उन्होंने अब अपने मंत्रिमंडल के सभी सहयोगियों को भी मोर्चे पर लगा दिया है।

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर मंत्रियों को जिले भी आवंटित कर दिए गए हैं। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को हरिद्वार, डा हरक सिंह रावत को पौड़ी व रुद्रप्रयाग, बंशीधर भगत को नैनीताल, यशपाल आर्य को ऊधमसिंहनगर, सुबोध उनियाल को टिहरी, बिशन सिंह चुफाल को बागेश्वर व पिथौरागढ़, गणेश जोशी को देहरादून तथा अरविंद पांडेय को चंपावत जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा धन सिंह रावत को चमोली, रेखा आर्य को अल्मोड़ा और स्वामी यतीश्वरानंद को उत्तरकाशी जिले का जिम्मा सौंपा गया है।

सरकार की हालात पर पूरी नजर: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मंत्रियों को जिम्मेदारी दिए जाने से सरकार और मशीनरी के बीच तालमेल बेहतर होगा। उन्होंने भरोसा जताया कि जल्द ही इसके उचित परिणाम दिखने लगेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय सबसे अधिक टेस्ट हो रहे हैं। कहीं भी किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। इस समय दूसरे राज्यों के मरीज भी उत्तराखंड के अस्पतालों में आ रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह कि स्थिति गंभीर होने के बाद मरीज अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं। इस कारण यहां मृत्यु दर बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन है। किसी अस्पताल को इसकी आवश्यकता हो रही है तो तत्काल उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए नोडल अधिकारी नामित कर दिए गए हैं। जनता को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। प्रदेश में दो दिन पहले 7500 रेमडेसिवीर इंजेक्शन मिले हैं। सरकार हालत पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है।