हल्द्वानी - आर्यमान विक्रम बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ़ लर्निंग में हुआ एल्केमी 2024 का आयोजन, स्टूडेंट ने की शानदार परफॉरमेंस 

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आर्यमान विक्रम बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ़ लर्निंग, हल्द्वानी में पिछले बीस दिनों से चली आ रही नृत्य,कला,शिल्प, संगीत, वाद्य यंत्र एवं नाटक की कार्यशाला का भव्य समापन एल्केमी2024 के रूप में हुआ । 
उल्लेखनीय है कि विद्यालय के शिक्षकों ने बीस दिनों तक कक्षा 4से 8,9और 11 तक के लगभग 1050 विद्यार्थियों को विविध कलाओं का प्रशिक्षण दिया, जिसकी अंतिम प्रस्तुति एल्केमी 2024 के रूप में,अतिथियों के हृदय में अपनी अमिट छाप छोड़ गई। 
      
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रोफेसर सतपाल सिंह बिष्ट माननीय कुलपति सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा, विशिष्ट अतिथि सुश्री दीपशिखा( सी ओ लालकुआँ )एवं अन्य गण्यमान अतिथियों सुश्री एस पी पटजोशी
(वाइस प्रेसिडेंट अशोक हॉल ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स) ,श्री अजय कुमार गुप्ता (सी ई ओ सेंचुरी पल्प एंड पेपर, लालकुआँ), श्री नरेश चंद्रा(सेंचुरी पल्प एंड पेपर लालकुआँ), श्री तारा सिंह ( बी ई ओ हल्द्वानी)विद्यालय के उप प्रधानाचार्य श्री अजय बिहारी सेठ, प्रधानाध्यापिका श्रीमती वंदना टम्टा, प्रबंधक इंफ़्रास्ट्रक्चर श्री एस के बाजपेई, श्री हेमंत राय (प्रधानाचार्य, अशोक हॉल गर्ल्स स्कूल मझखाली, रानीखेत) पूरन सिंह रावत ( वरिष्ठ अधिवक्ता माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल) एवं नगर के विभिन्न विद्यालयों से आए हुए प्रधानाचार्यों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन एवं कला एवं शिल्प प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ किया गया।
प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण थे- वाटर ब्रशपेन पेंटिंग,एक्रिलिक पेंटिंग, फैब्रिक औरनामेंटेशन:वुड ब्लॉक प्रिंटिंग,वाल् हैंगिंग्स,कुमाऊँ, वरली और आदिवासी आभूषण,जीव जंतु एवं मानवीय आकृतियाँ इत्यादि।शाम को पाँच बजे बाद सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें सर्वप्रथम सरस्वती वंदना ,विद्यालयगीत तत्पश्चात् पाश्चात्य संगीत : सुपर ट्रूपर,रास्पुतिन, फ़्यूजन: (बोहेमियन रैपसॉडी,और तराना मल्हार राग ) की मन्त्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुतियां सम्मिलित रहीं।संगीत के बाद शिव केंद्रित शास्त्रीय नृत्य की अदभुत और अनूठी प्रस्तुति दी गई।भारतीय लोक संस्कृति के विविध आयामों को दर्शाती हुई लोक नृत्यों की कड़ीं में राजस्थानी, थैय्यम,बीहू और उत्तराखंड के लोक नृत्यों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों ने नवंबर की ठिठुरती ठंड में भी दर्शकों में नई ऊर्जा का संचार कर दिया।
 इस कार्यक्रम का अनूठा आकर्षण रही,नृत्यनाटिका लायन किंग, जो शेक्सपीयर की विश्वप्रसिद्ध कृति हैमलेट पर 1994 मे बनाई गई डिज़्नी पिक्चर्स की फ़िल्म ‘लायन किंग ‘पर आधारित थी ।उभरते हुए किशोर कलाकारों द्वारा अभिनीत यह कहानी थी मुफ़ासा के बेटे सिंबा के साथ हुए षड़यंत्र, धोखे,सत्ता संघर्ष, पलायन,नाला की मदद से वापसी, पिता की मृत्यु के बदले और पुनः राज्य प्राप्ति की। हक़ुना मटाटा अर्थात् कोई चिंता नहीं,टीमोन और पुंबा का दिया गया वाक्य दर्शकों के मन मस्तिष्क पर अपना स्थायी प्रभाव छोड़ने और जीवन की गतिमयता के संदेश को प्रचारित करने में सफल रहा। 
         
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि —————
    इस कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि प्रारंभ से अंत तक इसका कुशल संचालन 12 विद्यार्थियों की एक टीम ने किया। 
अतिथियों का स्वागत विद्यालय की हेड गर्ल रम्या पंत के स्वागत उद्बोधन के साथ और समापन हेड बॉय अमित्व भट्ट के द्वारा दिये गये धन्यवाद प्रस्ताव के साथ किया गया। 
 उप प्रधानाचार्य श्री अजय बिहारी सेठ ने सभी शिक्षकों विद्यार्थियों एवम अभिभावकों का इस आयोजन को सफल बनाने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।
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