देहरादून- विश्वेश्वर दत सकलानी को इसलिए मिला ये खास पुरस्कार, पर्यावरण के लिए किये कई महान काम

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विश्वेश्वर दत सकलानी पर्यावरण संरक्षक और स्वाधीनता संग्राम सेनानी थे। उनका जन्म उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में 1924 को हुआ। उन्होंने आजादी की लड़ाई में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। जिसके लिए कई बार वे जेल भी गए। पत्नी की मौत के बाद दत ने जंगलो का रूख किया और पेड़ पौधो को ही अपना जीवन बनाया। टिहरी के सकलाना घाटी में उन्होंने एक हजार हेक्टेयर भूमी में 50 लाख से भी अधिक पेड़ लगाए। बांज, बुरांश और देवहार के पेड़ों से उन्हें विशेष लगाव था। उनके इस कार्य के लिए वर्ष 1986 में राजीव गांधी ने इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार से उन्हें सम्मानित भी किया। 18 जनवरी 2019 को इस महान पर्यावरण संरक्षक की मौत हो गई।