यॉर्कशायर दिवालिया होने की कगार पर था: लॉर्ड पटेल

हेडिंग्ले, 24 जून (आईएएनएस)। यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के अंतरिम अध्यक्ष लॉर्ड कमलेश पटेल ने खुलासा किया है कि अगर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट क्लब में वापस नहीं आया होता, तो पाकिस्तानी मूल के क्रिकेटर अजीम रफीक और अन्य द्वारा नस्लीय उत्पीड़न और धमकाने के आरोपों के बाद इसके दिवालिया होने की संभावना थी।
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यॉर्कशायर दिवालिया होने की कगार पर था: लॉर्ड पटेल हेडिंग्ले, 24 जून (आईएएनएस)। यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के अंतरिम अध्यक्ष लॉर्ड कमलेश पटेल ने खुलासा किया है कि अगर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट क्लब में वापस नहीं आया होता, तो पाकिस्तानी मूल के क्रिकेटर अजीम रफीक और अन्य द्वारा नस्लीय उत्पीड़न और धमकाने के आरोपों के बाद इसके दिवालिया होने की संभावना थी।

अजीम रफीक कांड के बाद यॉर्कशायर खराब दौर से गुजरा है और पटेल ने क्लब में व्यापक बदलाव किए, लगभग पूरे प्रबंधन, कोचिंग और सहयोगी स्टाफ की जगह ले ली। उन्हें नवंबर में क्लब का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा सुझाए गए परिवर्तनों के लागू होने के बाद, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट अंतत: हेडिंग्ले में लौट आया, जहां वर्तमान में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच तीसरे और अंतिम टेस्ट की मेजबानी की जा रही है।

पटेल ने कहा कि क्लब अजीम रफीक के खुलासे के मद्देनजर सभी प्रायोजकों पर ध्यान दिया जा रहा है।

इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेल के शुरुआती दिन बीबीसी के टेस्ट मैच स्पेशल में पटेल ने कहा, अगर टेस्ट मैच या अंतरराष्ट्रीय मैच यहां वापस नहीं आए तो हम सचमुच दिवालिया हो जाते।

ईसीबी ने यॉर्कशायर को अंतर्राष्ट्रीय मैचों की मेजबानी का अधिकार छीन लिया था और क्लब को शासन के नए नियमों पर मतदान करना पड़ा, जिसके कारण अंतत: इंग्लैंड बोर्ड को काउंटी टीम पर प्रतिबंध लगाने का कदम नहीं उठाना पड़ा।

उन्होंने कहा, बिना किसी संदेह के ईसीबी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को यॉर्कशायर से छीनने के बारे में गंभीर था। वे एक जिम्मेदार शासी निकाय हैं। यॉर्कशायर ने दुर्भाग्य से क्रिकेट के खेल को बदनाम किया। ईसीबी अपना काम कर रहा था और उसे अपना काम ठीक से करना था।

लेकिन मुझे उम्मीद है कि भविष्य में भी हमें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की मेजाबनी मिलेगी।

--आईएएनएस

आरजे/एएनएम