BAREILLY: कोरोना‌ सैंपल लेने में फिसड्डी निकला बरेली, प्रदेश में आई 73वीं रैंक

बरेली: कोरोना महामारी (Corona Epidemic) में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का भेद खुलने लगा है। जिले में कम कोरोना पॉजिटिव मरीजों (Corona Positive Patients) का मिलना प्रशासन की सफलता नहीं है बल्कि इसकी वजह जांच में कमी है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या काफी कम है। जिसका कारण सैंपल (Sample) कम लेना है।
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BAREILLY: कोरोना‌ सैंपल लेने में फिसड्डी निकला बरेली, प्रदेश में आई 73वीं रैंक

बरेली: कोरोना महामारी (Corona Epidemic) में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का भेद खुलने लगा है। जिले में कम कोरोना पॉजिटिव मरीजों (Corona Positive Patients) का मिलना प्रशासन की सफलता नहीं है बल्कि इसकी वजह जांच में कमी है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या काफी कम है। जिसका कारण सैंपल (Sample) कम लेना है। बीती दो जुलाई को हुई समीक्षा में पूरे प्रदेश  (State) में सैंपल लेने में बरेली बहुत ही पीछे रहा है। बरेली की 73वीं रैंक (73 Rank) आई है। शासन (Governance) के इस बात पर नाराजगी जताने के बाद अफसरों ने सैंपल बढ़ाने पर जोर देना शुरू कर दिया है।

BAREILLY: कोरोना‌ सैंपल लेने में फिसड्डी निकला बरेली, प्रदेश में आई 73वीं रैंकस्वास्थ्य विभाग (Health Department) मरीजों के आंकड़ों को लेकर घिरता नजर आ रहा है। पूरे प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन जिले में लगातार संख्या कम हो रही है। इसका कारण दो जुलाई को हुई सैंपल की समीक्षा में सामने आ गया है। कोरोना संदिग्धों (Corona suspects) की सैंपलिंग लेने में बरेली फिसड्डी साबित हुआ है। प्रदेश में जिले की 73 वी रैंक आई है।

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BAREILLY: कोरोना‌ सैंपल लेने में फिसड्डी निकला बरेली, प्रदेश में आई 73वीं रैंक

https://youtu.be/yEWmOfXJRX8

जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रंजन गौतम (District Surveillance Officer Dr. Ranjan Gautam) ने निर्देश दिए हैं कि अधिक से अधिक लोगों की जांच की जाए। साथ ही मोबाइल मेडिकल यूनिट (Mobile Medical unit) को सीएचसी पीएचसी पर सैंपल लेने को कहा गया है। 300 बेड अस्पताल के फ्लू कॉर्नर में स्क्रीनिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।सीएमओ (CMO) डॉ. विनीत कुमार शुक्ला ने भी मोबाइल मेडिकल यूनिट को शहर और देहात में लगातार सैंपल लेने के निर्देश दिए हैं।