मप्र में कोरेाना से राहत लेकिन डेंगू बनता जा रहा आफत

भोपाल, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का असर लगभग खत्म होने की कगार पर है लेकिन इस बीच डेंगू नई मुसीबत बनकर आ रहा है। हर तरफ मरीज बढ़ रहे है, सरकार भी इन हालात को लेकर चिंतित है। यही कारण है कि बुधवार से राज्य में डेंगू के खिलाफ डेंगू से जंग जनता के संग अभियान शुरु किया जाने वाला है।
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मप्र में कोरेाना से राहत लेकिन डेंगू बनता जा रहा आफत भोपाल, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का असर लगभग खत्म होने की कगार पर है लेकिन इस बीच डेंगू नई मुसीबत बनकर आ रहा है। हर तरफ मरीज बढ़ रहे है, सरकार भी इन हालात को लेकर चिंतित है। यही कारण है कि बुधवार से राज्य में डेंगू के खिलाफ डेंगू से जंग जनता के संग अभियान शुरु किया जाने वाला है।

राज्य में बीते कुछ दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या मंे इजाफा हुआ है। इन स्थितियों ने सरकार की चिंता भी बढ़ा दी है। आम लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे एक सप्ताह से अधिक समय तक किसी भी स्थान में जल जमा न होनें दें। कूलर, टंकी, गमले, फूलदान, पुराना टायर, बेकार डब्बे, सकोरे, खाली प्लाट गडढों की सफाई करें। इसके साथ ही लार्वा नियंत्रण हेतु टेमीफोस 50 प्रतिशत का घोल, बीटीआई पाउडर, बीटीआई लिक्विड जैसे रसायन का उपयोग करें।

प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में रसायन साइफेनोथ्रिन पांच प्रतिशत के द्वारा आउटडोर फॉगिंग, कीटनाशक पायरेथर्म दो प्रतिशत द्वारा डेंगू पॉजिटिव रोगी के घर के आसपास 400 मीटर के क्षेत्र में स्थित घरों में स्पेस स्प्रे की सलाह दी जा रही है।

इसके साथ ही डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण गतिविधियों तथा आमजनों को डेंगू रोग के प्रति जागरूक करने हेतु प्रचार-प्रसार गतिविधि चलाए जाने की तैयारी है। साथ ही प्रत्येक घर में लार्वा सर्वे, स्पेस स्प्रे, फागिंग एवं जल जमाव हटाने हेतु दल गठित किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से कहा, घरों के आस-पास अनावश्यक रूप से पानी का जमाव हो जाने से डेंगू पैदा करने वाले लार्वा को पनपने का मौका मिलता है। जागरूकता से कोरोना और डेंगू के साथ ही अन्य संक्रामक रोगों को रोका जा सकता है। उपचार से बेहतर है, एहतियात।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, 15 सितम्बर को डेंगू से जंग जनता के संग अभियान चलाने का भी फैसला लिया गया है। प्रदेश में डेंगू के मामले सामने आए हैं। इसे देखते हुए यह अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। सरकारी अमला अपना काम करेगा, कर भी रहा है। फॉगिंग, लार्वा नष्ट करना, स्वच्छता, जहाँ जल भराव है, वहाँ दवाई डालना आदि कार्य शासकीय अमला करेगा। लेकिन यह जंग भी जनता के सहयोग से लड़नी है।

वहीं डेंगू के बढ़ते असर को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा, मध्यप्रदेश में डेंगू व वायरल फीवर के मरीजों का आँकड़ा निरंतर बढ़ कर भयावह होता जा रहा है। कई जिले हॉट स्पॉट बन कर इसकी चपेट में आ चुके है। अस्पताल मरीजों से भरे पड़े है। स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति प्रतिदिन सामने आ रही है। सरकार को युद्ध स्तर पर इसकी रोकथाम के सभी आवश्यक इंतजाम तत्काल करना चाहिये।

--आईएएनएस

एसएनपी/आरजेएस