दिल्ली: नहीं थमा डेंगू का खतरा, डेंगू के 158 तो मलेरिया के 68 मामले सामने आए

नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। राजधानी दिल्ली में बारिश का दौर जारी है। साथ ही, डेंगू, मेलरिया और चिकनगुनिया के मामले भी तेजी पकड़ रहे हैं। सोमवार को जारी हुई निगम की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल दिल्ली में अब तक डेंगू के 158 मामले सामने आए हैं।
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दिल्ली: नहीं थमा डेंगू का खतरा, डेंगू के 158 तो मलेरिया के 68 मामले सामने आए नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। राजधानी दिल्ली में बारिश का दौर जारी है। साथ ही, डेंगू, मेलरिया और चिकनगुनिया के मामले भी तेजी पकड़ रहे हैं। सोमवार को जारी हुई निगम की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल दिल्ली में अब तक डेंगू के 158 मामले सामने आए हैं।

साथ ही मलेरिया और चिकनगुनिया के 68 और 40 मामले सामने आए हैं। हालांकि, दिल्ली में डेंगू से अब तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है।

वहीं रिपोर्ट में सितंबर महीने के आंकडे दर्शाते हैं कि, इस साल सितंबर महीने के दौरान ही दिल्ली में डेंगू के 34 मामले सामने आ चुके हैं।

सितंबर महीने के शुरूआती चार दिनों में डेंगू का एक भी मामला सामने नहीं आया था। यानी दिल्ली में डेंगू के मामले कम समय में ज्यादा तेजी से अपने पैर पसार रहे हैं।

रिपोर्ट एक अनुसार, दक्षिणी निगम में अब तक कुल 47 मामले सामने आए हैं। वहीं उत्तरी निगम क्षेत्र में 30 और पूर्वी निगम क्षेत्र में 18 मरीजों के मामले दर्ज किए गए हैं।

हालांकि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में 7, दिल्ली कैंट में 2 मरीज तो वहीं 54 मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हो सकी है।

दरअसल डेंगू के मच्छर साफ और स्थिर पानी में पैदा होते हैं, जबकि मलेरिया के मच्छर गंदे पानी में भी पनपते हैं।

हालांकि दिल्ली में बीते दिनों जमकर बरसात हुई है जिसके कारण विभिन्न जगहों पर जल भराव की समस्या भी सामने आई है। यानी पानी जमा होने के कारण ही डेंगू का खतरा ज्यादा रहता है।

यदि इस साल में अब तक मामलों की बात करें तो दिल्ली में जनवरी महीने में डेंगू का कोई मामला सामने नहीं आया था। वहीं फरवरी में 2, मार्च में 5, अप्रैल में 10 मामले दर्ज किए गए थे।

इसके अलावा मई महीने में 12 मामले सामने आये तो जून महीने में 7, जुलाई में 16 और अगस्त महीने में 72 मामले सामने आए।

दरअसल डेंगू व चिकनगुनिया के मच्छर ज्यादा दूर तक नहीं जाते है। हालांकि जमा पानी के 50 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों के लिए परेशानी हो सकती है।

दूसरी ओर निगम भी लगातार लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है। मामलों की संख्या बढ़ने के साथ किस तरह इस पर काबू पाया जाए, इसपर भी चर्चा हो रही है, लेकिन इन सब कोशिशों के बावजूद मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।

--आईएएनएस

एमएसके/आरजेएस