WHO ने इमरजेंसी उपयोग के लिए चीन की सिनोवैक बायोटेक वैक्सीन को दी मंजूरी 

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कोरोना वैक्सीन की लिस्ट में एक और नाम शामिल हो गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ( World Health Organization ) ने मंगलवार को इमरजेंसी उपयोग के लिए सिनोवैक कोविड -19 वैक्सीन को मंजूरी दे दी हैं । इस वैक्सीन को चीन के बीजिंग की फार्मा कंपनी सिनोवैक बायोटेक (Sinovac Biotech) ने बनाई है। जिसका नाम Sinovac-Coronavac है।चीन की यह दूसरी वैक्सीन है जो डब्ल्यूएचओ से अप्रूव हुई है।  यूनाइटेड नेशनस की स्वास्थ्य एजेंसी ने एक बयान में कहा, World Health Organization ने आज इमरजेंसी उपयोग के लिए Sinovac-Coronavac covid-19 वैक्सीन को मान्य किया है, यह टीका सुरक्षा, प्रभावकारिता और निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करता है। इससे पहले रूस में बनी सिनोफार्म वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की WHO ने इजाजत दी थी।

18 साल से अधिक उम्र के लोगों को लग सकेगा

एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह वैक्सीन को 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगाई जाएगी।  इस वैक्सीन की पहली डोज लगने के बाद दूसरी डोज 2-4 हफ्तों के बाद दी जा सकती है ।चीन के अलावा, अल्जीरिया, कैमरून, मिस्र, हंगरी, इराक, ईरान, पाकिस्तान, पेरू, संयुक्त अरब अमीरात, सर्बिया और सेशेल्स में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। चीन के 22 देशों में पहले से ही इस्तेमाल किए जा रहे दूसरे टीके वाले सिनोवैक पर एक फैसले की उम्मीद है।

पिछले महीने चीन की Sinoform कंपनी द्वारा बनाई गई एंटी Covid वैक्सीन को WHO ने मंजूरी दी थी वह पश्चिमी देशों के बाहर किसी देश के टीके को मिलने वाली पहली मंजूरी थी वहीं, अभी तक Pfizer, AstraZeneca, Johnson & Johnson, Moderna जैसी वैक्सीन्स को मंजूरी दी जा चुकी हैहीं, पिछले दिनों हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने सरकार को बताया था कि वह कोवैक्सीन टीके को आपात इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध कराने को लेकर 90 प्रतिशत दस्तावेज पहले ही WHO के पास जमा करा चुकी है